Edited By prashant sharma, Updated: 30 Jul, 2020 04:49 PM
प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा है कि अपनी नूराकुश्ती में व्यस्त रही प्रदेश सरकार को बेरोजगारों की कोई परवाह नहीं है।
हमीरपुर : प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा है कि अपनी नूराकुश्ती में व्यस्त रही प्रदेश सरकार को बेरोजगारों की कोई परवाह नहीं है। लॉकडाऊन शुरू होते ही कांग्रेस पार्टी मांग करती रही है कि कोरोना संकट काल में बाहरी राज्यों व प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों से निजी क्षेत्र से नौकरी गंवा कर घर लौटे युवाओं का सरकार डाटा तैयार करे लेकिन अब अनलॉक-3 शुरू होने के बाद भी न तो डाटा बन पाया है और न ही उनको लेकर कोई नीति बनाई गई है। सरकार कभी प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर असमंजस में रही तो कभी मंत्रिमंडल विस्तार में ही उलझी रही। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए था कि इस वर्ग की समस्या को देखते हुए सरकार को प्राथमिकता के आधार पर इस दिशा में काम करना चाहिए था तथा कंपनियों को भी एक प्लेटफार्म पर लाना चाहिए था, ताकि बेरोजगार हुए लोगों कुछ राहत मिलती।
उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश सरकार के सारे फैसले जनविरोधी ही रहे हैं। सत्ता में आने के बाद से ही सरकार बेरोजगारों को केवल सपने दिखाती आई है। लॉकडाऊन से पहले ही प्रदेश में बेरोजगारों की बड़ी फौज खड़ी हो चुकी है तथा उसमें और ज्यादा इजाफा हुआ है लेकिन रोजगार दिलाना तो दूर की बात है, सरकार ने महंगाई से आम वर्ग को जीना दुश्वार कर दिया है। रसोई गैस, पैट्रोल-डीजल से लेकर बिजली की दरें व बस किराया बढ़ाकर सरकार ने जनता के जख्मों पर नमक झिडक़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति स्पष्ट करे कि बेरोजगार हुए लोगों के लिए क्या नीति बनाई है। अगर अब कोई कारगर कदम नहीं उठाया है तो इस वर्ग से इतनी बेरूखी क्यों दिखाई जा रही है।