भगवान! आप ही करना जेल की सुरक्षा

Edited By kirti, Updated: 26 Jun, 2018 11:00 AM

god do you own prison security

जेल से यदि कैदी भाग भी जाए तो उन्हें पकड़ऩा नामुमकिन होगा। वजह यह है कि कैदी गाड़ी में फरार होंगे तो जेल के सुरक्षा कर्मियों को पैदल ही उनका पीछा करना पड़ेगा। जीहां ये बात जिला एवं मुक्त कारागार धर्मशाला की हो रही है। जिला कारागार धर्मशाला में जेल...

धर्मशाला(जिनेश): जेल से यदि कैदी भाग भी जाए तो उन्हें पकड़ऩा नामुमकिन होगा। वजह यह है कि कैदी गाड़ी में फरार होंगे तो जेल के सुरक्षा कर्मियों को पैदल ही उनका पीछा करना पड़ेगा। जीहां ये बात जिला एवं मुक्त कारागार धर्मशाला की हो रही है। जिला कारागार धर्मशाला में जेल प्रशासन के पास गाड़ी तक की सुविधा नहीं है। ऐसे में जेल की सुरक्षा राम भरोसे है। जेल में सुरक्षा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश पुलिस जेल की सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन को एक भी गाड़ी मुहैया नहीं करवा पाई है। वर्तमान समय में जिला कारागार धर्मशाला में केवल 2 टैम्पो हैं, जोकि जेल में लाए जाने वाले सामान के लिए ही रखे गए हैं। इतना ही नहीं जेल में सजा काट रहे कैदियों को यदि स्वास्थ्य संबंधी उपचार की अवश्यकता पड़ती है, तो जेल प्रशासन को बाहर से गाड़ी मगवानी पड़ती है या फिर अपनी खुद की गाड़ी में कैदी को अस्पताल तक पहुंचाया जाता है।

ऐसे में अगर कोई कैदी जेल प्रशासन की आंखों में धूल झोंकर किसी गाड़ी में भाग जाता है, तो जेल प्रशासन व जेल कर्मियों द्वारा उसे समय पर पकड़ पाना बहुत मुश्किल होगा। अब ऐेसे में जेल की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गया है। इसे लेकर जेल अधिकारियों ने अपने मुख्यालय को भी लिखा है, लेकिन आज दिन तक एक भी गाड़ी उपलब्ध नहीं हो पाई है। जेल वार्डरों पर मानसिक दबाव वर्तमान समय में जिला एंव मुक्त कारागार धर्मशाला की बात करें तो कुछ माह पहले कंडा जेल में अपराधियों द्वारा जेल की सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाकर भागने के मामले को लेकर जेल में हर सुरक्षा कर्मचारियों पर मानसिक दबाव बना रहता है।

उल्लेखनीय है कि जिला कारागार में कैदियों की सुरक्षा के लिए लगभग 61 सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए गए हैं। भगवान न करें कि यदि जेल में सुरक्षा कर्मियों को जरूरत पड़ने पर गाड़ी चाहिए हो तो उन्हें पैदल ही जाना पड़े। जिला कारागार धर्मशाला में लगभग 61 सुरक्षा कर्मचारी तैनात हैं, जोकि कैदियों पर नजर रखे हुए होते हैं, लेकिन जेल में गाड़ी की बात करें तो एक भी गाड़ी उपलब्ध नहीं है। जेल कर्मियों को अपनी खुद की गाड़ी का ही इस्तेमाल करना पड़ता है। भगवान न करें कि यदि कोई कैदी जेल से किसी अन्य की गाड़ी में भाग जाता है, जेल अधिकारियों के पास गाड़ी न होने से उन्हें पकड़ पाना मुश्किल होगा।

 

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