Edited By Vijay, Updated: 14 Jan, 2020 09:30 PM
जिला किन्नौर में रविवार व सोमवार को हुई भारी बर्फबारी के बाद मंगलवार को बर्फबारी रुक गई है तथा मौसम भी सामान्य है परंतु बर्फबारी के बाद जिला में जगह-जगह ग्लेशियर के आने के साथ-साथ भू-स्खलन भी हो रहा है। इस समय एनएच-5 पर जंगी नाला, भक्त नाला, पूर्वनी...
रिकांगपिओ (ब्यूरो): जिला किन्नौर में रविवार व सोमवार को हुई भारी बर्फबारी के बाद मंगलवार को बर्फबारी रुक गई है तथा मौसम भी सामान्य है परंतु बर्फबारी के बाद जिला में जगह-जगह ग्लेशियर के आने के साथ-साथ भू-स्खलन भी हो रहा है। इस समय एनएच-5 पर जंगी नाला, भक्त नाला, पूर्वनी झूला तथा टिंकू नाला में ग्लेशियरों के आने से राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पूह काजा की ओर अवरुद्ध हो गया है। इसके अतिरिक्त जिला के सांगला क्षेत्र में भी जगह-जगह ग्लेशियर आए हुए हैं तथा लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं।
बर्फबारी के बाद जिला के अधिकांश संपर्क सड़क मार्ग अभी भी अवरुद्ध पड़े हैं, जिन्हें बहाल करने के लिए विभाग मशीनरियों तथा कर्मचारियों के साथ युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। इसके अतिरिक्त निचार तहसील के पानवी गांव में देवचंद्र का मकान भी भू-स्खलन की चपेट में आ गया है। हालांकि इस भू-स्खलन में किसी तरह का जानी नुक्सान नहीं हुआ है परंतु देवचंद्र के मकान का लगभग एक लाख 20 हजार का नुक्सान हुआ है।
इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय उच्च मार्ग रामपुर शिमला की ओर शोंगठोंग के पास मंगलवार सुबह पहाड़ी से भारी भरकम पत्थरों के गिरने से अवरुद्ध हो गया था जिसे बाद में बहाल कर दिया गया। राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर जगह-जगह आए ग्लेशियरों को हटाकर मार्ग को बहाल करने के लिए बीआरओ की टीम व पीडब्ल्यूडी विभाग मशीनरी ओं के साथ युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है तथा मार्ग के शाम तक बहाल होने की संभावना है।