Edited By Ekta, Updated: 01 Sep, 2019 02:28 PM
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन की ओर से लड़कियों पर शॉर्ट्स पहनने पर लगाई गई पाबंदी पर हंगामा शुरू हो गया है। छात्र संघ एसएफआई की छात्राओं ने इसे वार्डर का तुगलकी फरमान बताते हुए विरोध जताया और सड़कों पर उतर कर वार्डर के इस...
शिमला (तिलक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन की ओर से लड़कियों पर शॉर्ट्स पहनने पर लगाई गई पाबंदी पर हंगामा शुरू हो गया है। छात्र संघ एसएफआई की छात्राओं ने इसे वार्डर का तुगलकी फरमान बताते हुए विरोध जताया और सड़कों पर उतर कर वार्डर के इस फरमार की कड़े शब्दों में निंदा की। इस दौरान छात्राओं ने जमकर धरना-प्रदर्शन किया। छात्राओं का कहना है कि वार्डन का यह तानाशाही रवैया किसी को भी पसंद नहीं है। छात्राओं के अनुसार उन्हें कहा जा रहा है कि गर्ल्स हॉस्टल के मेस में काम करने वाले पुरुष होते हैं इसलिए लड़कियां शॉर्ट्स ना पहने। जबकि इतने सालों से अभी तक एक भी ऐसी घटना सामने नहीं आई जिससे इस प्रकार की नोटिफिकेशन को जारी करने की जरूरत पड़ी।
छात्राओं ने कहा कि यह मात्र वार्डन की तानाशाही को दर्शाता है। इसके साथ-साथ छात्राओं ने उपकुलपति से यह मांग की है जिन लड़कियों को हॉस्टल नहीं मिला है उन्हें हॉस्टल में गेस्ट के रूप में परमानेंट गर्ल्स हॉस्टल में रहने दिया जाए। इस धरने प्रदर्शन के माध्यम से यह मांग करती है कि इस रूढ़िवादी प्रशासनिक निर्णय को जल्द से जल्द वापिस लिया जाए और गर्ल्स हॉस्टल में परमानेंट गेस्ट की सुविधा को चलाया जाए, नहीं तो सभी गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों को इकट्ठा करते हुए एक निर्णायक लड़ाई प्रशासन के खिलाफ लड़ी जाएगी।