Edited By Vijay, Updated: 29 Oct, 2019 05:05 PM
प्रदेश कांग्रेस महासचिव महेश्वर चौहान ने सरकार और अफसरशाही पर तीखा निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि क्या प्रदेश में राजनीतिक नेतृत्व खत्म हो चुका है, जो सरकार के हर फैसले में अफसरशाही की ही दमक नजर आ रही है।
शिमला: प्रदेश कांग्रेस महासचिव महेश्वर चौहान ने सरकार और अफसरशाही पर तीखा निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि क्या प्रदेश में राजनीतिक नेतृत्व खत्म हो चुका है, जो सरकार के हर फैसले में अफसरशाही की ही दमक नजर आ रही है। महेश्वर चौहान ने यहां जारी बयान में कहा कि आलम यह है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री व मंत्री की बजाय सरकार के आला अधिकारी केंद्रीय मंत्रियों से बैठकें कर राज्य के लिए नीति निर्धारण कर रहे हैं।
अफसरशाही के प्रभाव से लिए जा रहे फैसले
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के आला अधिकारी इतने आगे बढ़ गए हैं कि वे प्रधानमंत्री से भी स्वयं बैठक कर ग्लोबल इन्वैस्टर्स मीट का स्वरूप बदलने तक की बात तय कर रहे और इस पूरी प्रक्रिया में पूरी प्रादेशिक नेतृत्व नदारद नजर आ रहा है, जिससे लग रहा है कि सरकार को मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्री नहीं बल्कि कुछ अधिकारी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व मंत्री जश्न मनाने में व्यस्त हैं और राज्य का पूरा संचालन अफसरशाही के कंधों पर है। उन्होंने कहा कि अब हिमाचल में फैसले राजनीतिक इच्छा शक्ति व विकास के दृष्टिकोण से नहीं अपितु अफसरशाही के प्रभाव से हो रहे हैं।
सरकार जनहित में वापस ले फैसला
उन्होंने पैट्रोल और डीजल पर बढ़ाए गए वैट पर भी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने उपचुनाव समाप्त होते ही अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को जनहित में अपने फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए।