Edited By Simpy Khanna, Updated: 25 Sep, 2019 04:57 PM
सिरमौर जिला में निर्धारित वजन से कम गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं में वितरित करने का मामला सामने आया है। जिससे गैस उपभोक्ताओं को मोटा चुना लगाने की आशंका जाहिर की जा रही है। मामला गिरिपार शिलाई क्षेत्र के कमरऊ का है जहां एलपीजी सिलेंडर में गैस कम होने का...
नाहन (सतीश) : सिरमौर जिला में निर्धारित वजन से कम गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं में वितरित करने का मामला सामने आया है। जिससे गैस उपभोक्ताओं को मोटा चुना लगाने की आशंका जाहिर की जा रही है। मामला गिरिपार शिलाई क्षेत्र के कमरऊ का है जहां एलपीजी सिलेंडर में गैस कम होने का खुलासा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। हालांकि ये खुलासा ग्रामीणों ने अपने स्तर पर किया है। यहां गैस वितरण शिलाई की एक निजी गैस एजेंसी द्वारा किया जाता है। लोगों ने गाड़ी से सिलेंडर उतारे तो लोगों को सिलेंडरों का वजन हल्का लगा जिसके चलते लोगों ने बताया कि हमें गैस सिलेंडर के वजन पर संशय हो रहा है।
इसके बाद लोगों ने संशय को मिटाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक तराजू पर इन गैस सिलेंडर को तोला लेकिन डेढ़ दर्जन से भी अधिक सिलेंडरों का वजन नापने पर सिलेंडरों में एक से डेढ़ किलो गैस कम पाई गई । जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने गैस एजेंसी के मालिक को फोन किया तो मालिक ने भी आनन-फानन में लोगों को पैसे वापस किए और मामले को शांत किया, लेकिन लोगों ने इसका घटना का वीडियो बना डाला, और सोशल मीडिया पर वायरल किया है जिस पर लोग अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि क्षेत्र में हो सकता है इस तरह का गोरखधंधा लंबे समय से चला आ रहा हो। जिससे ग्रामीण लोग बेखबर है। उधर जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी आदित्य बिंद्रा ने बताया कि मामला उनके ध्यान में आया है। उन्होंने कहा कि जिन सिलेंडरों का वजन कम था वो वापस फिलिंग स्टेशन भेज दिए है तथा जो वितरित किए जा चुके थे उनको मुआवजा दिया गया है। अतः भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए विभाग को आदेश जारी कर दिए है। दरसल विभाग गैस एजेंसियों पर नियमित रूप से निगरानी नहीं रखता है जिससे इनके होंसले बुलंद है। अंदाजन लोगो को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।