Edited By Vijay, Updated: 07 Jun, 2019 04:13 PM
कुल्लू जिला में 8 वर्षों के बाद लहसुन के अच्छे दाम मिलने से किसानों के चहेरे खिल गए हैं। कुल्लू जिला में बाहरी राज्यों के व्यापारी किसानों का लहसुन 120 रुपये प्रतिकिलो दाम से खरीद रहे हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश, राजस्थान व गुजरात के साथ प्रदेश में...
कुल्लू (दिलीप): कुल्लू जिला में 8 वर्षों के बाद लहसुन के अच्छे दाम मिलने से किसानों के चहेरे खिल गए हैं। कुल्लू जिला में बाहरी राज्यों के व्यापारी किसानों का लहसुन 120 रुपये प्रतिकिलो दाम से खरीद रहे हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश, राजस्थान व गुजरात के साथ प्रदेश में भी लहसुन की पैदावार कम है, जिससे किसानों को लहसुन के अच्छे दाम मिल रहे हैं, जिस कारण किसानों को आर्थिक तौर लाभ हो रहा है। किसानों को उम्मीद है कि लहसुन के दाम इस बार 150 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच सकते हैं, जिससे ज्यादातर किसानों ने माल को स्टॉक करना शुरू कर दिया है और लहसुन खरीदने वाले व्यापारी भी माल खरीद कर स्टॉक कर रहे हैं ताकि उसे दाम बढऩे पर बेचा जा सके।
हिमाचल के लहसुन की सॉऊथ में ज्यादा डिमांड
व्यापारी संजीव सूद ने बताया कि बाहरी राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान व गुजरात में फसल कम होने के कारण हिमाचल के किसानों को लहसुन के अच्छे दाम मिल रहे हैं। उन्होंने कह कि ए ग्रेड के लहसुन के 100 से 120 रुपए तक दाम दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में ज्यादा फसल है और दूसरे नंबर पर कुल्लू जिला है, जिससे इस बार व्यापारियों व किसानों को अच्छे दाम मिलने लाभ होगा। उन्होंने बताया कि हिमाचल में चायला हाईब्रिड क्वालिटी का लहसुन है, जिसकी सॉऊथ में ज्यादा डिमांड होती है। उन्होंने कहा कि यह लहसुन 4 माह तक खराब नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसान अभी माल को नहीं बेच रहे हैं और व्यापारी भी खरीदा हुए माल को स्टॉक कर रहे हैं ताकि बाद में ज्यादा दामों पर बेचा जा सके। उन्होंने कहा कि 2 से 5 रुपए तक लहसुन का रेट बढ़ सकता है।
2010 में भी 120 रुपए प्रतिकिलो बिका था लहसुन
स्थानीय व्यापारी फत्ते राम ने बताया कि 2010 में भी लहसुन का दाम 120 रुपए प्रतिकिलो था और इस बार भी दाम 120 रुपए मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छे दाम मिल रहे है और उम्मीद है कि दाम कुछ और बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में पिछले 2 वर्षों से किसानों को अच्छा दाम नहीं मिला था जिस कारण इस बार किसानों ने फसल कम लगाई थी और इस बार 40 प्रतिशत फसल कम हुई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल का लहसुन कर्नाटका व तमिलनाडु में लगता है और सॉऊथ के लोग हिमाचल का लहसुन पसंद करते हैं।
चाइना के लहसुन को बैन करने से किसानों को होगा फायदा
लगघाटी के किसान सुंदर ठाकुर ने बताया कि मीडिया द्वारा जानकारी मिली है कि चाइना के लहसुन को देश में आने पर बैन लगाया है और मध्यप्रदेश, गुजरात व राजस्थान में लहसुन की फसल पैदावार कम हुई है, जिससे इस बार प्रदेश के किसानों को लहसुन के अच्छ दाम मिल रहे हैं। इस बार ए ग्रेड के 120, बी ग्रेड के 80 व 40 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से दाम मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष लहसुन के अच्छे दाम मिलने से किसान खुश हैं।