Edited By kirti, Updated: 29 Jun, 2018 10:37 AM
सरकार द्वारा भले ही पर्यटन स्थलों को विकसित करने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर यह सब खोखले साबित हो रहे हैं। धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के मुख्य पर्यटन स्थलों पर प्रशासन पर्यटन सुविधाएं मुहैया करवाने में नाकाम साबित हो रहा है। मोहली,...
धर्मशाला : सरकार द्वारा भले ही पर्यटन स्थलों को विकसित करने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर यह सब खोखले साबित हो रहे हैं। धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के मुख्य पर्यटन स्थलों पर प्रशासन पर्यटन सुविधाएं मुहैया करवाने में नाकाम साबित हो रहा है। मोहली, थातरी, इंद्रूनाग व रक्कड़ आदि के जंगलों में पर्यटकों द्वारा कचरा फैलाया जा रहा है। स्थानीय बाशिंदों का कहना है कि यहां की जलवायु और पर्यावरण का आनंद लेने के पश्चात पर्यटक जंगलों में प्लास्टिक और अन्य प्रकार का सोलिड वेस्ट छोड़कर चलते बनते हैं।
स्थानीय लोग कहते हैं कि अगर प्रशासन सुविधाएं देने में मदद करे तो धर्मशाला की पहाड़ियों में पर्यटन का सपना साकार हो सकता है। रेस्तरां मालिक अनिल कुमार कहते हैं कि खड़ौता को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से उन्होंने यहां पर दस्तक दी है, लेकिन सड़क सुविधा न होने के कारण यहां पर निर्माण कार्य महंगा पड़ता है। वहीं स्थानीय व्यक्ति जगदीश कहते हैं कि वे रेस्तरां चलाते हैं। दिनभर सैंकड़ों लोग घूमने आते हैं, लेकिन रात के समय आने वाले कुछ लोग शराब पीकर बेहूदा हरकतों को अंजाम दे रहे हैं।