Edited By kirti, Updated: 22 Jun, 2019 09:40 AM
पर्यटन नगरी मनाली सहित जिला कुल्लू में अब कूड़ा-कचरा नजर नहीं आएगा। प्रदेश सरकार के सहयोग से नगर परिषद मनाली शहर में कूड़ा संयंत्र केंद्र लगाकर स्वच्छता में एक कदम और आगे बढ़ रही है। मनाली में पहला ऐसा कूड़ा संयंत्र केंद्र लग रहा है जो कूड़े-कचरे का...
पतलीकूहल : पर्यटन नगरी मनाली सहित जिला कुल्लू में अब कूड़ा-कचरा नजर नहीं आएगा। प्रदेश सरकार के सहयोग से नगर परिषद मनाली शहर में कूड़ा संयंत्र केंद्र लगाकर स्वच्छता में एक कदम और आगे बढ़ रही है। मनाली में पहला ऐसा कूड़ा संयंत्र केंद्र लग रहा है जो कूड़े-कचरे का समाधान करने के साथ-साथ कूड़े से बिजली भी पैदा करेगा। प्रतिदिन 30 टन कूड़े से एक मैगावाट बिजली का उत्पादन होगा। नगर परिषद मनाली द्वारा पर्यटन नगरी मनाली में लग रहा यह संयंत्र न केवल मनाली के कूड़े-कचरे का समाधान करेगा बल्कि जिला कुल्लू को स्वच्छ रखने में अपनी अहम भूमिका निभाएगा।
नप मनाली के पार्षद मनोज का कहना है कि 2 दशक पहले प्रदेश के पहाड़ स्वच्छ व सुंदर थे लेकिन बढ़ती पर्यटन गतिविधियों से ये पहाड़ भी गंदगी से अछूते नहीं रहे। देश-विदेश के ट्रैकरों की चहलकदमी ने पहाड़ों की चोटियों तक कूड़े को पहुंचाया लेकिन अब सरकार की यह पहल रंग लाने जा रही है। यह कूड़ा संयंत्र केंद्र लगते ही नगर परिषद मनाली प्रदेश की पहली आदर्श नगर परिषद बन जाएगी। नगर परिषद मनाली की घर-घर से कूड़ा एकत्रित करने की मुहिम पहले ही रंग लाई है। नप मनाली समर सीजन में 25 टन से अधिक कूड़ा पैदा करती है।