Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Jun, 2017 07:34 PM
विकास खंड गगरेट के पांवड़ा गांव में इन दिनों गांववासी तेंदुए की दहशत के साये में जीने को विवश हैं। दहशत का आलम यह है कि एक सप्ताह में तेंदुआ 2 पालतू पशुओं को अपना निवाला बना चुका है।
गगरेट : विकास खंड गगरेट के पांवड़ा गांव में इन दिनों गांववासी तेंदुए की दहशत के साये में जीने को विवश हैं। दहशत का आलम यह है कि एक सप्ताह में तेंदुआ 2 पालतू पशुओं को अपना निवाला बना चुका है। तेंदुए द्वारा बार-बार रिहायशी इलाके का रुख करने के कारण लोग अब अपनी जान व माल की सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं। गांववासियों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ कर उसकी दहशत से निजात दिलाने की मांग की है। पूर्व पंचायत समिति सदस्य प्रेम सिंह ने बताया कि पांवड़ा गांव में तेंदुए ने एक सप्ताह के अंदर ही केवल सिंह व कश्मीर सिंह की बछडिय़ां शिकार बना डाली हैं। दोनों पशुपालक अति निर्धन हैं और पशुपालन ही उनका प्रमुख व्यवसाय है। तेंदुए द्वारा बार-बार रिहायशी इलाके में दी जा रही दस्तक से गांववासी सहमे हुए हैं। दहशत का आलम यह है कि सूरज ढलते ही लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। इससे पहले गर्मी के मौसम में लोग रात के समय आंगन में सो जाते थे लेकिन अब कुछ दिनों से लोग कमरों में सो रहे हैं। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि तेंदुआ किसी को और नुक्सान पहुंचाए, इससे पहले गांववासियों को इसके आतंक से निजात दिलाई जाए।