Edited By Kuldeep, Updated: 30 Sep, 2019 10:19 PM
गगरेट-होशियारपुर मार्ग पर खाद्य आपूर्ति निगम द्वारा चलाए जा रहे पैट्रोल पंप पर लाखों रुपए का घोटाला होने का मामला सामने आया है।
गगरेट, (बृज): गगरेट-होशियारपुर मार्ग पर खाद्य आपूर्ति निगम द्वारा चलाए जा रहे पैट्रोल पंप पर लाखों रुपए का घोटाला होने का मामला सामने आया है। सूत्रों की मानें तो पैट्रोल व डीजल की बिक्री में ही करीब 30 लाख रुपए का घोटाला होने के चलते यहां तैनात सेल्जमैन का तत्काल प्रभाव से यहां से तबादला कर दिया गया है और निगम के अधिकारियों ने बाकायदा पुलिस में मामला दर्ज करवाने के लिए शिकायत पत्र भी गगरेट पुलिस थाना में दिया है लेकिन मामला दर्ज करने से पहले पुलिस ने निगम से ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है जबकि मामले की विभागीय जांच भी जारी है।
अरसा पहले यहां नए सेल्जमैन को तैनात किया गया था
गगरेट-होशियारपुर रोड पर खाद्य आपूर्ति निगम द्वारा पिछले कई वर्षों से पैट्रोल पंप का संचालन किया जा रहा है। कुछ अरसा पहले यहां नए सेल्जमैन को तैनात किया गया था। बताया जा रहा है कि यह घोटाला भी उसी के समय का है। सूत्रों की मानें तो पैट्रोल पंप पर हिंदुस्तान पैट्रोलियम के डिपो से आए तेल के स्टाक व यहां बिक्री किए गए पैट्रोल व डीजल के स्टाक का मिलान नहीं हो रहा है। पैट्रोल व डीजल की बिक्री में हुआ यह घोटाला करीब 30 लाख रुपए का बताया जा रहा है और इसमें से करीब 5 लाख रुपए की रिकवरी भी सेल्जमैन से की जा चुकी बताई जा रही है।
सेल्जमैन के विरुद्ध मामला दर्ज करने की लगाई गुहार
हालांकि मामला उजागर होने के बाद निगम अधिकारियों ने भी इस मामले में चुप्पी साध ली है लेकिन इस मामले में कार्रवाई करते हुए यहां तैनात सेल्जमैन को यहां से स्थानांतरित कर दिया गया है और हाल ही में निगम के एरिया मैनेजर ने गगरेट पुलिस थाना में शिकायत पत्र देकर सेल्जमैन के विरुद्ध मामला दर्ज करने की भी गुहार लगाई है। शिकायत पत्र मिलने के बाद गगरेट पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने अब इस मामले में निगम अधिकारियों को ऑडिट रिपोर्ट जमा करवाने के लिए कहा है।
ऑडिट रिपोर्ट का किया जा रहा इंतजार
खाद्य आपूर्ति निगम के एरिया मैनेजर का कहना है कि इस मामले में प्रतिक्रिया देने के लिए वह अधिकृत नहीं है। उन्होंने कहा कि ऑडिट रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकेगा।
शिकायत पत्र पर जांच शुरू
डीएसपी अम्ब मनोज जम्वाल का कहना है कि खाद्य आपूर्ति निगम द्वारा दिए गए शिकायत पत्र की जांच जारी है।