कार हादसे में मारे गए पति-पत्नी की एक साथ जली चिता, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

Edited By Vijay, Updated: 22 Sep, 2018 09:57 PM

funeral of husband and wife together killed in car accident

जिस बेटे के कंधे पर सवार होकर संसार की अंतिम यात्रा करने का सपना देखा था, उसी बेटे को आज पिता ने मुखाग्रि दी। ऐसा समय भगवान किसी भी बाप को न दिखाए। यह बात प्रत्येक उस व्यक्ति के मुख से सुनने को मिल रही थी जो कांदू में शुक्रवार को घटी वाहन दुर्घटना...

चम्बा: जिस बेटे के कंधे पर सवार होकर संसार की अंतिम यात्रा करने का सपना देखा था, उसी बेटे को आज पिता ने मुखाग्रि दी। ऐसा समय भगवान किसी भी बाप को न दिखाए। यह बात प्रत्येक उस व्यक्ति के मुख से सुनने को मिल रही थी जो कांदू में शुक्रवार को घटी वाहन दुर्घटना में मारे गए पति व पत्नी के अंतिम संस्कार में शनिवार को शामिल हुआ था। यही नहीं, कुछ लोगों का कहना था कि साथ जीने व मरने की जो कसमें मनोज कुमार व उसकी पत्नी मनोज कुमारी उर्फ मनू ने शादी के समय खाई थीं आखिरकार अंतिम संस्कार तक निभाईं। यही वजह रही कि दोनों पति-पत्नी का एक ही चिता में अंतिम संस्कार किया गया।

बेटे व बहू को मुखाग्रि देते ही गश खाकर गिर पड़ा पिता
मृतक मनोज कुमार के पिता जय सिंह ने जैसे ही अपने बेटे व बहू की चिता को मुखाग्रि दी तो साथ ही वह गश खाकर वहीं गिर पड़े। मौके पर मौजूद अन्य रिश्तेदारों ने उन्हें समय पर संभाल लिया। उधर, घर में 4 वर्ष की आरती उर्फ ऐनी अपने मां-बाप के बारे में सबसे पूछ रही है लेकिन उसके इस सवाल का जवाब देने में हर कोई खुद को असमर्थ पा रहा है। उसके सवाल को सुनने वाले प्रत्येक व्यक्ति की आंखों से अपने आप ही आंसुओं की धारा बहने लग पड़ती है। जय सिंह पर तो भाग्य विधाता ने दुखों का पहाड़ की गिरा दिया है क्योंकि एक तरफ जहां उसके बड़े बेटे व बहू को उससे हमेशा के लिए छीन लिया है तो वहीं उसका दूसरा बेटा जोकि इस कार हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया है, उसके स्वास्थ्य लाभ को लेकर भी वह बेहद चिंतित है।

बेटी को कभी नसीब नहीं होगी मां की गोद
श्मशान भूमि में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति उसी घड़ी को कोस रहा था जिस घड़ी में घर से मनोज कुमार अपनी पत्नी, भाई व साले तथा बेटी के साथ निकला था। लोगों का यह भी कहना था कि ऐनी ने अपने पापा को अभी ठीक से जाना भी नहीं था क्योंकि आर्मी में होने के कारण वह अक्सर घर से दूर रहता था तो साथ ही जिस मां की गोद में वह लोरी सुन कर सोती थी वह गोद अब उसे कभी भी नसीब नहीं होगी। गौरतलब है कि शुक्रवार को चम्बा-पठानकोट मार्ग पर कांदू के समीप कार दुर्घटना में मनोज कुमार व उसकी धर्म पत्नी मनोज कुमारी उर्फ मनू की मृत्यु हो गई थी। उनके शवों को शनिवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोगों ने भाग लेकर उन्हें अंतिम विदाई दी।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!