Edited By Ekta, Updated: 20 Aug, 2018 05:11 PM
जाबली पंचायत के तहत दत्यार गांव के समीप राणीगांव में 13 अगस्त को बहे 7वीं कक्षा के छात्र हिमांशु का शव अंतिम संस्कार के बाद मिल गया। छात्र के नदी में बहने के बाद से लगातार दमकल विभाग, स्थानीय लोग व एन.डी.आर.एफ. की टीम ने दत्यार से लेकर कौशल्या डैम...
परवाणु (राजीव): जाबली पंचायत के तहत दत्यार गांव के समीप राणीगांव में 13 अगस्त को बहे 7वीं कक्षा के छात्र हिमांशु का शव अंतिम संस्कार के बाद मिल गया। छात्र के नदी में बहने के बाद से लगातार दमकल विभाग, स्थानीय लोग व एन.डी.आर.एफ. की टीम ने दत्यार से लेकर कौशल्या डैम तक सर्च अभियान चलाया था, लेकिन इसके बावजूद भी कोई सुराग हाथ नहीं लग सका था। छात्र के परिजनों ने थक हार कर शनिवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। हिमांशु का शव 7वें दिन पिंजौर स्थित कौशल्या नदी में सड़ी-गली अवस्था में पाया गया, जिसे पोस्टमार्टम के लिए ई.एस.आई. अस्पताल परवाणु लाया गया।
हिमांशु के दादा जानकी राम ने कहा कि शव के मिलने के बाद अब दोबारा से अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकेगा बल्कि अब सिर्फ शव का परिजनों द्वारा दाह संस्कार ही किया जाएगा क्योंकि शव न मिलने के कारण छठे दिन हिमांशु का अंतिम संस्कार कर दिया था। बता दें कि 13 अगस्त को तड़के सुबह हिमांशु अपने दादा व छोटी बहन गरिमा के साथ स्कूल के लिए निकला था। वह नाले को पार करते समय पानी के तेज बहाव में बह गया। बहाव अधिक होने के कारण वह बहते हुए कौशल्या नदी में पहुंच गया था।