Edited By Ekta, Updated: 26 Sep, 2018 06:48 PM
आज से ठीक 23 साल पहले यानी 1995 में चंबा जिला के भरमौर में बादल फटने से भयंकर तबाही देखने को मिली थी। रावी नदी में भारी उफान आया था, लेकिन 23 साल के बाद एक बार फिर रावी नदी ने वो मंजर दिखा दिया। मौसम 2 दिन से साफ है और रावी का जलस्तर कम होने का नाम...
चंबा (मोहम्मद आशिक): आज से ठीक 23 साल पहले यानी 1995 में चंबा जिला के भरमौर में बादल फटने से भयंकर तबाही देखने को मिली थी और रावी नदी में भारी उफान आया था, लेकिन 23 साल के बाद एक बार फिर रावी नदी ने वो मंजर दिखा दिया। मौसम 2 दिन से साफ है और रावी का जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रावी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। उसके आगे जो भी आ रहा है, सब बहा ले जा रही है। इसका जलस्तर इतना बढ़ गया है कि चमेरा बांध एक के चारों गेट खोलने पड़े। 1995 में भी इसके जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा था, जिसके चलते चमेरा बांध के चारों गेट खोलने पड़े थे। इसे लेकर अब जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है कि कोई भी पर्यटक या आम आदमी रावी के करीब नहीं जाए।
क्या कहते हैं डीसी चम्बा हरिकेष मीणा
वहीं, दूसरी और चम्बा के डीसी हरिकेष मीणा का कहना है कि रावी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। चमेरा बांध एक के चारों गेट खोल दिए गए हैं, कोई भी व्यक्ति और पर्यटक रावी नदी के आसपास जाने का प्रयास नहीं करे।