Edited By Vijay, Updated: 03 Nov, 2019 08:29 PM
एक ओर सरकार पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियानों व अन्य साधनों पर करोड़ों रुपए खर्च कर वन संपदा की सुरक्षा पर बल दे रही है तो दूसरी ओर वन मंडल इंदौरा के अंतर्गत वन माफिया के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वे बेखौफ होकर वन संपदा पर हाथ साफ कर...
इंदौरा (अजीज): एक ओर सरकार पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियानों व अन्य साधनों पर करोड़ों रुपए खर्च कर वन संपदा की सुरक्षा पर बल दे रही है तो दूसरी ओर वन मंडल इंदौरा के अंतर्गत वन माफिया के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वे बेखौफ होकर वन संपदा पर हाथ साफ कर रहे हैं। इनके सामने वन विभाग की रक्षा प्रणाली भी बौनी साबित होती नजर आ रही है।
सरकारी भूमि से काटे 10 खैर के पेड़
जानकारी के अनुसार घंडरां में वन माफिया ने एक के बाद एक सरकारी भूमि से 10 खैर के पेड़ों की तस्करी को अंजाम दिया। यहां वन माफिया ने विद्युत चालित आरे का प्रयोग कर वन संपदा को नुक्सान पहुंचाया है। हालांकि विभाग ने इस संदर्भ में पुलिस थाना इंदौरा में अज्ञात लोगों के विरुद्ध शिकायत पत्र दिया है। इससे पहले भी घंडरां में कई पेड़ों पर वन माफिया हाथ साफ कर चुका है।
मंड में शीशम के डेढ़ दर्जन से अधिक पेड़ काटे
उधर, मंड क्षेत्र में वन विभाग की भूमि से शीशम के डेढ़ दर्जन से अधिक पेड़ों पर वन माफिया हाथ साफ कर गए हैं लेकिन विभाग ने इस बारे न तो कोई कार्रवाई स्वयं की और न ही इस बाबत में कोई मामला दर्ज करवाया है, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
वन मंडल अधिकारी वासु कौशल ने बताया कि इस बारे रेंजअधिकारी को स्वयं मौके का निरीक्षण करने के निर्देश दिए जाएंगे। भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगे, इसके लिए विभागीय गश्त को और तेज किया जाएगा। जनता से भी अपील है कि वन संपदा को बचाने के लिए विभाग को समय पर सूचना देकर सहयोग करे।