Edited By kirti, Updated: 31 May, 2019 04:37 PM
आगजनी और आगजनी के के बाद यह तस्वीरें नाहन वनमण्डल के जमटा क्षेत्र की है। जहां पिछले दिनों से जंगल आग से देख रहे हैं। बता दें कि आग ने करीब 2 से 3 किलोमीटर जंगल के दायरे को अपनी चपेट में ले लिया है। अभी तक आगजनी की इस घटना से जहां करोड़ों रुपए की वन...
नाहन (सतीश) : आगजनी और आगजनी के के बाद यह तस्वीरें नाहन वनमण्डल के जमटा क्षेत्र की है। जहां पिछले दिनों से जंगल आग से देख रहे हैं। बता दें कि आग ने करीब 2 से 3 किलोमीटर जंगल के दायरे को अपनी चपेट में ले लिया है। अभी तक आगजनी की इस घटना से जहां करोड़ों रुपए की वन संपदा को नुकसान हो चुका है। वहीं कई जीव जंतु भी आग की भेंट चढ़ चुके हैं। आगजनी का क्रम लगातार जारी है लोगों का कहना है कि पिछले 2 दिनों से जंगल में आग लगी हुई है। जिससे अनेकों छोटे बड़े पौधे आग की भेंट चढ़ चुके हैं। आगजनी से करीब 80 हजारपौधों को नुकसान पहुंचा है।
वन कर्मी अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास जरूर कर रहे हैं। मगर यह नाकाफी साबित हो रहे है। वहीं जब आगजनी की इस घटना की वन कर्मी ने दास्तां सुनाई तो वन कर्मी पुरुषोत्तम सिंह खुद भी भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि इस जंगल में उन्होंने खुद सैकड़ों पौधे लगाए है। जो उन्होंने खुद अपनी आंखों से राख होते हुए भी देखे। उन्होंने बताया कि आगजनी की घटना के दौरान जब उन्होंने जंगल से जीव जंतुओं को भागते देखा तो उनका दिल पसीज गया। उन्होंने कहा कि इस जंगल में अनेकों किस्म के पौधे लगाए गए थे। जिनमें से कुछ फलदार कुछ औषधीय पौधे भी शामिल थे।
वहीं आगजनी की घटना पर उन्होंने यह भी कहा कि शरारती तत्वों द्वारा इस आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया है। आगजनी की घटना से अलग-अलग स्थानों पर करोड़ों की वन संपदा को नुकसान हो रहा है जो ना केवल मौजूदा समय में ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी भरपाई कर पाना आसान नहीं है। ऐसे में आम लोगों से भी अपील है कि वनों को जलाए नहीं वनों को बचाने में सहयोग करें।