Edited By Vijay, Updated: 07 Aug, 2018 09:55 PM
किन्नौर जिले की भावा वैली के सूरचो नाले में बादल फटने से बाढ़ आ गई। बाढ़ के कारण सूरचो नाले में 3 और भावा खड्ड में एक पुल बह गया है। बाढ़ में आए मलबे के कारण शांगो और बेई का श्मशानघाट भी मलबे में दब कर तहस-नहस हो गया है।
भावानगर (विशेषर नेगी): किन्नौर जिले की भावा वैली के सूरचो नाले में बादल फटने से बाढ़ आ गई। बाढ़ के कारण सूरचो नाले में 3 और भावा खड्ड में एक पुल बह गया है। बाढ़ में आए मलबे के कारण शांगो और बेई का श्मशानघाट भी मलबे में दब कर तहस-नहस हो गया है। ग्राम पंचायत कटगांव के प्रधान पदम चारस ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार रात साढ़े 8 बजे के करीब लिसतिरंग नामक कंडे में बादल फटने के कारण सूरचो नाले में बाढ़ आ गई। इससे दूतरंग और कानगारंग का संपर्क शेष दुनिया से कट गया है। हालांकि प्रशासन ने फिलहाल लोगों को आने-जाने के लिए नाले में झूला लगा दिया है परंतु शांगो से दूतरंग को जोडऩे वाला पुल बाढ़ में बह गया है। पुल बहने से दूतरंग और कानगारंग का रास्ता कट गया है।
सूरचो नाला अब भी उफान पर, शांगो गांव के लोगों में खौफ
सूरचो नाला अब भी उफान पर है, इस कारण दूतरंग और कानगारंग के लोग दूसरे स्थान पर नहीं जा पा रहे हैं। नाले का जलस्तर बढ़ता देख शांगो गांव के लोग सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। बाढ़ आने से किसी प्रकार का जानी नुक्सान नहीं हुआ है लेकिन बाढ़ ने शांगो गांव के लोगों में खौफ पैदा कर दिया है। गौर रहे कि शांगो गांव सूरचो नाले के साथ ही बसा है, ऐसे में कुछ लोगों के घर सूरचो नाले के निकट बने हैं। बताया जा रहा है कि जिन लोगों के घर नाले के पास बने हैं, उनके पास दूसरी जगह भी घर हैं। वे वहां पर चले गए हैं।
नुक्सान के आकलन को मौके पर भेजी टीम
एस.डी.एम. भावानगर घनश्याम दास ने कहा कि सूरचो नाले में बाढ़ आने के कारण 2 लोहे और एक लकड़ी का पुल बह गया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घर सूरचो नाले के निकट बने हंै, वे बाढ़ के बाद अपने दूसरे स्थान पर बने घर में सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट हो गए हैं। प्रशासन की ओर से टीम को मौके पर नुक्सान का आकलन करने के लिए भेजा गया है।