Edited By kirti, Updated: 08 Jan, 2019 11:20 AM
पीएम नरेंद्र मोदी ने 2025 तक पूरे देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसी तर्ज पर राज्य सरकार ने प्रदेश को टीबी मुक्त करने के लिए 2022 तक का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग जी जान से जुट गया है।
धर्मशाला(निप्पी) : पीएम नरेंद्र मोदी ने 2025 तक पूरे देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसी तर्ज पर राज्य सरकार ने प्रदेश को टीबी मुक्त करने के लिए 2022 तक का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग जी जान से जुट गया है। जिसके तहत अब फैसला लिया गया है कि पहले चरण में खंड या जिला को टीबी मुक्त नहीं किया जाएगा बल्कि केरल की तर्ज पर मुहिम चलाकर पंचायत स्तर पर टीबी रोग को भगाया जाएगा। इसके लिए हर पंचायत स्तर पर विशेष फोरम का गठन किया जाएगा। जो पंचायत प्रधानों, उप प्रधानों और सचिवों से लेकर पंचायत के हर व्यक्ति को टीबी रोग के बारे जागरूक करेगा। ताकि जल्द से जल्द पहले पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया जा सके।
साथ ही हर पंचायत में टीबी रोगी की पहचान और उसके इलाज के लिए भी टीमों का गठन किया जाएगा। जिसमें एक आशा कार्यकर्ता और एक स्वास्थ्य कर्मी होगा। यह टीम चिन्हित लोगों की जांच करने के लिए घर-घर जाएगी। पंचायतों को टीबी मुक्त करने के बाद खंड और जिला की बारी आएगी। बताया जा रहा है कि केरल की पंचायत में किसी व्यक्ति को टीबी रोग होता है तो उस पंचायत के लोग उस व्यक्ति की पूरी देखभाल करने के लिए आगे आते हैं। उसकी दवाइयों से लेकर खाने पीने की रूटीन के लिए लोग अपनी सहभागिता निभाते हैं। ताकि वह व्यक्ति जल्द ठीक हो सके। अब देखना होगा कि केरल की तर्ज पर छेड़ा गया यह अभियान कितना कारगर साबित होता है।