Edited By Ekta, Updated: 05 Nov, 2018 03:53 PM
कोई भी त्योहार आते ही शिमला शहर में भीड़ का सैलाब दिखने लगता है। दूसरी ओर त्योहारी सीजन के दौरान राजधानी शिमला के बाजारों में तहबाजारियों ने कब्जा कर लिया है। शहर के विभिन्न बाजारों में जहां सामान खरीदने के लिए आम लोगों की भीड़ लगी है। वहीं बाजारों...
शिमला (राजीव): कोई भी त्योहार आते ही शिमला शहर में भीड़ का सैलाब दिखने लगता है। दूसरी ओर त्योहारी सीजन के दौरान राजधानी शिमला के बाजारों में तहबाजारियों ने कब्जा कर लिया है। शहर के विभिन्न बाजारों में जहां सामान खरीदने के लिए आम लोगों की भीड़ लगी है। वहीं बाजारों में अवैध तहबाजारियों ने भी कब्जा कर सड़कों को तंग कर दिया है। इन कब्जों पर एमसी प्रशासन की कार्रवाई के दावे खाखेले साबित हो गए हैं। शहर के विभिन्न बाजारों और उपनगरों में तहबाजारियों के अतिक्रमण से खासकर बच्चों व बुजुर्गों को चलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
आलम ये भी है अगर ऐसे में किसी एंबुलेंस ने वहां से गुजरना हो तो उसके लिए भी रास्ता नहीं है। अगर दूसरी ओर ऐसे में यदि आगजनी की घटना हो जाए तो अग्निशमन वाहनों को ले जाना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुकिन हो जाएगा। तहबाजारियों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर शहरवासी भी निगम के खिलाफ मुखर हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में दूसरे राज्यों के लोग शहर में तहबाजारियों को बढ़ावा दे रहे हैं। आजकल के दिनों में शहर में अवैध तहबाजारियों की संख्या इतनी बढ़ चुकी है कि यहां से चलना-फिरना मुश्किल हो गया है। यदि शहर में कोई अनहोनी घटित हो जाती है तो उस स्थिति में निपटना प्रशासन और नगर निगम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। लोगों ने निगम को तहबाजारियों को बसने के लिए कोई स्थाई हल निकलने की मांग की है। साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले तहबाजारियों पर रोक लगानी चाहिए।