कंडाघाट अस्पताल के मुद्दे पर छिड़ा ‘संग्राम’, ससुर-दामाद आमने-सामने

Edited By Vijay, Updated: 14 Jan, 2019 04:41 PM

father and son in law face to face about kandaghat hospital

कंडाघाट अस्पताल के मुद्दे पर प्रदेश में राजनीति गर्म हो गई है। यहां पर कांग्रेस भाजपा फिर आमने सामने आ गई है। दरअसल निर्माणाधीन कंडाघाट अस्पताल के नए भवन में भाजपा ने प्रदेश स्तरीय नशा निवारण केंद्र खोलने का ऐलान कर दिया है, ऐसे में कांग्रेस अब इसका...

सोलन (अमित): कंडाघाट अस्पताल के मुद्दे पर प्रदेश में राजनीति गर्म हो गई है। यहां पर कांग्रेस भाजपा फिर आमने सामने आ गई है। दरअसल निर्माणाधीन कंडाघाट अस्पताल के नए भवन में भाजपा ने प्रदेश स्तरीय नशा निवारण केंद्र खोलने का ऐलान कर दिया है, ऐसे में कांग्रेस अब इसका विरोध करने में जुट गई है। कंडाघाट में अस्पताल को लेकर पिछले कई सालों से राजनीति हो रही है। भाजपा सरकार ने रेलवे स्टेशन नजदीक चल रहे अस्पताल को मिनी सचिवालय के पास  नए भवन में शिफ्ट किया। इसका उद्घाटन तत्कालीन समय के स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव बिंदल ने किया था। उद्घाटन समारोह में कांग्रेसियों ने बिंदल का रास्ता भी रोका था और इसका विरोध किया। 

सत्ता परिवर्तन के बाद गर्म हुआ मुद्दा

इसके बाद सत्ता परिवर्तन हुआ तो कांग्रेस ने फिर रेलवे स्टेशन के नजदीक 50 बिस्तर के अस्पताल के भवन का निर्णय कार्य शुरू किया, जिसमें साढ़े 17 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया और तत्कालीन मुयमंत्री वीरभद्र सिंह ने इसका शिलान्यास किया। इसके बाद कंडाघाट के रेलवे स्टेशन के नजदीक इस भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ। यह निर्णय कार्य अभी चल ही रहा था कि प्रदेश में अब फिर भाजपा सरकार बनने पर भाजपा नेताओं ने इस भवन में नशा निवारण केंद्र खोलने का ऐलान कर दिया, जिसके बाद कांग्रेस व भाजपा में फिर लड़ाई छिड़ गई है और कंडाघाट में फिर अस्पताल का मुद्दा गर्म हो गया है। 

नशा निवारण केंद्र खोला तो विधानसभा में उठेगा मामला

सोलन के विधायक धनीराम शांडिल ने इस मामले में साफ शब्दों में कहा कि यह भवन अस्पताल के लिए बनाया जा रहा है और यहां पर अस्पताल ही बनेगा। उन्होंने कहा कि यदि यहां पर सरकार ने यहां पर नशा निवारण केंद्र खोलने की कोशिश की तो वे इस मामले को लेकर विधानसभा में उठाएंगे। 

यहां अस्पताल बनाना उचित नहीं 

वहीं भाजपा नेता व सोलन से पिछली बार विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ चुके डा. राजेश कश्यप जोकि विधायक धनीराम शांडिल के दामाद हैं, उन्होंने कहा कि इस भवन को लेकर डी.सी. की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि यह स्थान मरीजों के लिए काफी ठंडा स्थान है और यहां पर अस्पताल बनाना उचित नहीं है। इसलिए अब यहां पर प्रदेश स्तरीय नशा निवारण केंद्र खोला जाएगा। 

Related Story

Trending Topics

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!