Edited By kirti, Updated: 15 Feb, 2019 02:17 PM
आलू की फसल को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जोड़ने से ऊना जिला के किसानों में काफी खुशी देखने को मिल रही है। बता दें कि किसान वर्षभर में दो बार आलू की फसल की बिजाई करता है। लेकिन कुछ समय से मौसम के रूख बदलते ही आलू की फसल तबाह हो रही है। जिसके चलते...
ऊना(अमित) : आलू की फसल को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जोड़ने से ऊना जिला के किसानों में काफी खुशी देखने को मिल रही है। बता दें कि किसान वर्षभर में दो बार आलू की फसल की बिजाई करता है। लेकिन कुछ समय से मौसम के रूख बदलते ही आलू की फसल तबाह हो रही है। जिसके चलते किसान आलू को फसल बीमा योजना में लाने की मांग कर रहे थे। दरअसल जिला ऊना में लगभग 1200 हैक्टेयर भूमि पर आलू की पैदावार की जाती है तथा हर बर्ष जिला ऊना में 15 से 17 हजार मीट्रिक टन आलू की पैदावार होती है। ऊना जिला में पुखराज तथा चंद्रमुखी के आलू की पैदावार ज्यादा होती है।
किसानों का कहना है कि खाद ,दवाइयां, लेबर तथा ट्रांसपोटेशन काफी महंगी हो गई है। इसलिए आलू की बिजाई से लेकर आलू को मंडी पहुंचाने तक काफी पैसा खर्च हो जाता है। लेकिन मंडियों में उन्हें उनके आलू का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। अब किसानों ने सरकार से गेंहू मक्की तथा धान की तर्ज पर आलू का समर्थन मूल्य तय करने की मांग उठाई है।