Edited By prashant sharma, Updated: 21 Sep, 2020 04:15 PM
कांगड़ा जयसिंहपुर का जवान 2002 में असम में शहीद हुए। उनकी शहादत पर उन्हें कीर्ति चक्र से नवाजा गया। उसी वक्त तत्कालीन सरकार ने शहीद के नाम पर स्मारक बनाने व स्कूल का नाम रखने की घोषणा की थी।
शिमला (योगराज) : कांगड़ा जयसिंहपुर का जवान 2002 में असम में शहीद हुए। उनकी शहादत पर उन्हें कीर्ति चक्र से नवाजा गया। उसी वक्त तत्कालीन सरकार ने शहीद के नाम पर स्मारक बनाने व स्कूल का नाम रखने की घोषणा की थी। लेकिन 18 साल के बाद भी सरकार ने दोनों वायदे पूरे नहीं किए। नाराज शहीद अनिल का परिवार आज कीर्ति चक्र लौटने राजभवन पहुंच गया।
शहीद की माँ राजकुमारी का कहना है कि 23 साल के बेटे ने 2002 में असम में अपनी शहादत दी थी। उस वक्त वीरभद्र सरकार ने अनिल के नाम पर स्कूल का नाम रखने व स्मारक बनाने का वायदा किया था जो आज तक पूरा नहीं हुआ। 18 साल तक वायदे पूरे न करना शहीदों का अपमान है इसलिए वह कीर्ति चक्र लौटने आई हैं। संयोग से इसी बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुँचे थे। शहीद के परिवार को देखकर उन्होंने गाड़ी रोकी व शहीद परिवार को आश्वासन दिया।