शहीदों के परिजनों ने उठाई मांग, आतंकवाद के खिलाफ हो निर्णायक कार्रवाई

Edited By Vijay, Updated: 14 Feb, 2019 11:35 PM

families of martyrs demand raised decisive action against terrorism

कब तक सहते रहेंगे इस प्रकार के हमले कब तक इसी तरह शहीद होते रहेंगे रणबांकुरे। कश्मीर के पुलवामा में सी.आर.पी.एफ. पर आत्मघाती हमले में शहीद परिवारों को झंझोड़ दिया है, ऐसे में शहीद के परिजनों ने इस प्रकार की घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए...

पालमपुर (भृगु): कब तक सहते रहेंगे इस प्रकार के हमले कब तक इसी तरह शहीद होते रहेंगे रणबांकुरे। कश्मीर के पुलवामा में सी.आर.पी.एफ. पर आत्मघाती हमले में शहीद परिवारों को झंझोड़ दिया है, ऐसे में शहीद के परिजनों ने इस प्रकार की घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए निर्णायक एक्शन लेने की मांग की है। परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन विक्रम बतरा के पिता गिरधारी लाल बतरा ने कहा कि अब समय आ गया है कि देश विरोधी तत्वों पर निर्णायक कार्रवाई की जाए।

सहन करने की भी होती है हद

उन्होंने कहा कि सहन करने की भी हद होती है निरंतर जवान मारे जा रहे हैं। स्पष्ट है कि लातों के भूत बातों से मानने वाले नहीं हैं, ऐसे में अब ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की स्थितियां बन रही हैं उसके दृष्टिगत कश्मीर को सेना के हवाले कर देना चाहिए। यद्यपि उन्होंने कहा कि इसके लिए विशेषज्ञ व नीति निर्धारक ही अंतिम निर्णय लें परंतु इन तत्वों पर गंभीर कार्रवाई अवश्य की जानी चाहिए।

हम पाकिस्तान के वास्तविक चेहरे तथा चरित्र को समझ नहीं पाए

उधर, कारगिल युद्ध के प्रथम शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के पिता डा. नरेंद्र कुमार कालिया ने घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि स्वतंत्रता के 70 वर्ष के पश्चात भी हम पाकिस्तान के वास्तविक चेहरे तथा चरित्र को समझ नहीं पाए हैं।

पाकिस्तान ने कभी भी भारत का भला नहीं किया

उन्होंने कहा कि इतिहास साक्षी है कि पाकिस्तान ने कभी भी भारत का भला नहीं किया अपितु भारत को हानि पहुंचाने का ही कार्य किया है जबकि भारत द्वारा पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में जो लोग तथा नेता आतंकवाद की भाषा बोलते हैं उन पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए।

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