Edited By Jinesh Kumar, Updated: 23 Sep, 2020 07:59 PM
तिब्बत के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा के नाम पर सोशल मीडिया में वायरल हुए एक पत्र को धर्मगुरु के दफ्तर ने पूरी तरह फर्जी करार दिया है। दलाईलामा दफ्तर ने बयान जारी कर कहा कि यह नकली पत्र तिब्बती धर्मगुरु की छवि को खराब करने और तिब्बती लोगों की एकता...
धर्मशाला (ब्यूरो): तिब्बत के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा के नाम पर सोशल मीडिया में वायरल हुए एक पत्र को धर्मगुरु के दफ्तर ने पूरी तरह फर्जी करार दिया है। दलाईलामा दफ्तर ने बयान जारी कर कहा कि यह नकली पत्र तिब्बती धर्मगुरु की छवि को खराब करने और तिब्बती लोगों की एकता बिगाड़ने के उद्देश्य से लिखा गया है। दफ्तर ने तिब्बती लोगों से भविष्य में ऐसे नकली पत्र को लेकर सावधानी और सतर्कता बरतने का आग्रह किया है। बताया जा रहा है कि इस पत्र में तिब्बती लोगों से 2021 में होने वाले तिब्बत के आम चुनावों में भाग लेने का आग्रह कर लिखा गया है कि तिब्बती लोगों को ऐसे नेता का चुनाव करना चाहिए जो निवर्तमान प्रधानमंत्री के कार्यों को जारी रख सके। साथ ही वह उम्मीदवार विवादास्पद या संदिग्ध ना हो। वहींए निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रमुख डॉ लोबसांग सांगये ने इस प्रकरण की निंदा करते हुए कहा कि फर्जी पत्र मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने तिब्बती लोगों से विभाजनकारी कार्यों में शामिल हुए बिना आगामी चुनावों में भाग लेने का अनुरोध किया है।