Edited By Ekta, Updated: 14 Sep, 2018 04:50 PM
ऐतिहासिक रिज मैदान पर बढ़ती जा रही दरारों पर एक्सपर्ट ने गहरी चिंता व्यक्त की हैं। विशेषज्ञों ने जल्द ही रिज के धंसते इस हिस्से की मुरम्मत करने की हिदायत निगम प्रशासन को दी हैं...
शिमला (वंदना): ऐतिहासिक रिज मैदान पर बढ़ती जा रही दरारों पर एक्सपर्ट ने गहरी चिंता व्यक्त की हैं। विशेषज्ञों ने जल्द ही रिज के धंसते इस हिस्से की मुरम्मत करने की हिदायत निगम प्रशासन को दी हैं, ताकि समय रहते बढ़ती दरारों को बंद किया जा सके और रिज मैदान को सुरक्षित किया जा सके। ऐसे में अब जल्द ही प्रशासन रिज की मुरम्मत कार्य शुरू कर देगा। शुक्रवार को राज्य जियोलोजिकल विभाग व नगर निगम आयुक्त पंकज राय सहित निगम अधिकारियों ने रिज मैदान के धंसते हिस्से का विजिट किया और स्थिति का जायजा लिया हैं।
इस दौरान जियोलोजिकल एक्सपर्ट ने रिज मैदान का बारीकी से निरीक्षण किया हैं। निगम आयुक्त पंकज राय ने जियोलोजिकल एक्सपर्ट को 3 तीनों के भीतर रिज के धंसते हिस्सें को लेकर अपनी रिपोर्ट देने के आदेश दिए है ताकि एक्सपर्ट की राय के मुताबिक रिज का रिस्टोरेशन कार्य किया जा सके। आयुक्त पंकज राय ने कहा कि एक्सपर्ट की रिपोर्ट जैसे ही आएगी उसके तहत ही रिज की दरारों की मुरम्मत की जाएगी। विजिट के दौरान विशेषज्ञों ने गहनाता से रिज की दरारों का अध्ययन किया है।
आयुक्त ने बताया कि रिज के धंसते हिस्से को सही तरीके से दुरूस्त किया जाएगा ताकि भविष्य में कभी रिज का यह हिस्सा न धंस सके। गौर है कि बीतें दिनों भारी बारिश के कारण गेयटी थियेटर के सामने वाले हिस्सा धंसना शुरू हो गया था। इस हिस्सें में पहले हल्की दरारें आई थी लेकिन अब दरारें काफी मोटी हो गई है, जिससे नगर निगम प्रशासन की चिंता भी बढ़ाई दी है इसी के चलते निगम प्रशासन ने रिज की दरारों को भरने के लिए एक्सपर्ट की राय ली है, ताकि रिज मैदान को दरारों को बंद कर इसे सुरक्षित किया जा सके।
धंसने वाला हिस्सा है सिंकिंग जोन में
रिज का जो हिस्सा लगातार धंसता जा रहा है वह पहले से ही सिंकिग जोन में आता है। ऐसे में बारिश व बरसात के मौसम में हर बार रिज का यह हिस्सा धंसता जा रहा है।हांलाकि निगम ने कुछ सालों पूर्व रिज के इस हिस्से को रिस्टोर करने के लिए मुरम्मत की थी लेकिन अब हालात दोबारा से ऐसे ही हो गए हैं। ऐसे में नगर निगम को बड़ी ही एहतियात बरर्ती होगी।
रिज पर पूरे शहर को जलापूर्ति करने वाला ब्रिटिशकालीन वाटर टैंक
मैदान पर पूरे शिमला शहर को जलापूर्ति करने वाला ब्रिटिशकालीन वाटर स्टोरेंज टैंक है जिसमें करीबन 45 लाख लीटर पानी स्टोर करने की क्षमता हैं। ऐसे में रिज पर बढ़ती दरारों से वाटर टैंक को भी खतरा हो सकता हैं इसके चलते निगम अब जल्द ही इसकी मुरम्मत करने जा रहा हैं।