Edited By Vijay, Updated: 19 Jul, 2019 10:57 PM
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश राज्य प्रशासनिक प्राधिकरण को बंद करने के लिए गए निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने जारी बयान में कहा है कि प्रशासनिक प्राधिकरण से कर्मचारियों को शीघ्र एवं कम खर्च पर...
शिमला (पंकज राक्टा): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश राज्य प्रशासनिक प्राधिकरण को बंद करने के लिए गए निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने जारी बयान में कहा है कि प्रशासनिक प्राधिकरण से कर्मचारियों को शीघ्र एवं कम खर्च पर न्याय मिलता था। उन्होंने कहा कि सरकार को इसे सुदृढ़ करना चाहिए था और रिक्त पदों को भरना चाहिए था लेकिन सरकार ने इसे बंद करके अपना कर्मचारी विरोधी रवैया दर्शाया है।
उन्होंने कहा किप्रदेश के लाखों कर्मचारियों को अपने हक को प्राप्त करने के लिए अब हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय जाना पड़ेगा, जहां अधिक कार्य होने की वजह से मामलों को निपटाने में काफी समय लगेगा। उन्होंने कहा है कि हिमाचल प्रदेश राज्य प्रशासनिक प्राधिकरण का सर्किट बैंच प्रदेश के धर्मशाला और मंडी जाकर भी मामलों का निपटारा करता था, जिससे अब तक लोगों को घर-द्वार पर उनकी समस्याओं को निराकरण हो रहा था।