हिमाचल में महंगी हुई बिजली, जानिए कितनी बढ़ीं यूनिट दरें

Edited By Vijay, Updated: 29 Jun, 2019 10:42 PM

electricity unit rates increased in himachal

हिमाचल में बिजली 5 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो गई है। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की नई दरें लागू कर दी हैं। इस बार उद्योगों समेत किसानों को भी राहत दी गई है। लाइफ टाइम कंज्यूमर यानी बी.पी.एल. उपभोक्ताओं की विद्युत दरों में कोई बढ़ौतरी नहीं की...

शिमला: हिमाचल में बिजली 5 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो गई है। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की नई दरें लागू कर दी हैं। इस बार उद्योगों समेत किसानों को भी राहत दी गई है। लाइफ टाइम कंज्यूमर यानी बी.पी.एल. उपभोक्ताओं की विद्युत दरों में कोई बढ़ौतरी नहीं की गई। सूबे में लगने वाले नए उद्योगों को राहत देते हुए विद्युत नियामक आयोग ने अगले तीन साल तक तय दरों से 15 फीसदी कम दाम पर बिजली देने का फैसला लिया है।

पहली जुलाई से लागू होंगी बढ़ी हुई दरें 

प्रदेश के 21 लाख से ज्यादा घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए सबसे राहत की बात यह है कि बढ़ी हुई बिजली की दरें बीते एक अप्रैल की बजाय पहली जुलाई से लागू होंगी। यानी नया विद्युत टैरिफ लागू होने के बाद विद्युत उपभोक्ताओं को बीते तीन महीने का बिजली बिल का एरियर नहीं देना होगा। राज्य सरकार द्वारा बजट में सबसिडी केलिए दिए गए 450 करोड़ रुपए में से विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली पर सबसिडी दी जाएगी जबकि बिजली बोर्ड ने अपना घाटा कम करने के लिए विद्युत दामों में 20 फीसदी की बढ़ौतरी की सिफारिश की थी।

किसानों को क्या राहत

इरीगेशन एंड ड्रिंकिंग वाटर पंपिंग सप्लाई करने वाले किसानों को 0.25 पैसे प्रति किलोवाट प्रति घंटा की दर कम की गई। सरकार से सिंचाई के लिए सबसिडी लेने वाले किसानों को अब 0.50 पैसे प्रति किलोवाट प्रति घंटा की दर से बिजली बिल चुकाना होगा। इनके डिमांड चार्ज को भी बदला गया है। एल.टी. लाइन से 50 रुपए प्रति के.वी.ए. प्रति माह की राशि को 100 रुपए कर दिया गया है जबकि एच.टी. लाइन से 400 रुपए प्रति के.वी.ए. प्रति माह की दर को 300 रुपए तथा ई.एच.टी. की दर को 400 रुपए प्रति के.वी.ए. प्रति माह में कोई फेरबदल नहीं किया गया।

उद्योगों को यह राहत

जिन उद्योगों को ई.एच.टी. लाइन से बिजली दी जा रही है उनकी दरों में बढ़ौतरी की गई है। 220 के.वी. व इससे अधिक बिजली प्रयोग करने वालों की बिजली दरें 4.20 रुपए प्रति के.वी.ए. प्रति घंटा रखी गई हैं जबकि 132 के.वी. का इस्तेमाल करने वालों के लिए 4.20रु पए से 4.25 रुपए प्रति के.वी.ए. कर दिया गया है। 66 के..वी. वालों को 4.20 रुपए से बढ़ाकर 4.40 रुपए प्रति के.वी.ए. की दर चुकता करना होगा। बल्क सप्लाई में उद्योगों को कुछ राहत दी गई है, जिसमें एल.टी. को 5 रुपए से घटाकर 4.80 रुपए किया गया है, वहीं एच.टी. लाइन से 4.50 से 4.30 रुपए व ई.एच.टी. श्रेणी को 4.10 रुपए प्रति के.वी.ए. तय किया गया है।

फिक्स चार्जिज में 10 रुपए की बढ़ौतरी

विद्युत नियामक आयोग ने फिक्स चाॢजज में 10 रुपए की बढ़ौतरी की है। बी.पी.एल. उपभोक्ता को छोड़कर यह सभी घरेलू, व्यावसायिक व उद्योगों पर भी लागू होगा। यानी प्रत्येक उपभोक्ता को जुलाई के बाद हर हाल में 10 रुपए फिक्स चाॢजज के ज्यादा चुकाने होंगे।

बिजली बोर्ड की तमन्ना नहीं हुई पूरी

विद्युत बोर्ड ने राज्य विद्युत नियामक आयोग से मौजूदा वित्त वर्ष में 6451.53 करोड़ रुपए की मांग की थी। नियामक आयोग ने 6451.53 करोड़ के मुकाबले 5285.29 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया है। यानी बिजली बोर्ड को 1094.29 करोड़ रुपए की कम राशि मंजूर की गई है।

 

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