Edited By prashant sharma, Updated: 06 Apr, 2021 11:34 AM
नगर निगम चुनाव को लेकर सोमवार शाम से भले ही चुनाव प्रचार पर ब्रेक लग गई, लेकिन पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों की गुप्त मंत्रणाओं का दौर जारी रहा। वार्ड में पार्टी समर्थित प्रत्याशी की विजय सुनिश्चित करने के लिए वार्ड के कार्यकर्ता पूरी तरह से...
धर्मशाला (तनुज) : नगर निगम चुनाव को लेकर सोमवार शाम से भले ही चुनाव प्रचार पर ब्रेक लग गई, लेकिन पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों की गुप्त मंत्रणाओं का दौर जारी रहा। वार्ड में पार्टी समर्थित प्रत्याशी की विजय सुनिश्चित करने के लिए वार्ड के कार्यकर्ता पूरी तरह से मतदाताओं के संपर्क में है। सार्वजनिक तौर पर नियमों के तहत प्रचार पर रोक लग गई, लेकिन राजनीतिक पार्टियों की साख का सवाल बने चुनाव के लिए गुपचुप बैठकें और मंत्रणाओं का दौर जारी हो गया। इतना ही नहीं वार्ड में राजनीतिक पार्टियों सहित आजाद प्रत्याशियों के समर्थकों की गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा रही है। प्रचार थमने के साथ ही अब चुनावी रण में उतरे प्रत्याशियों की धुकधुकी भी बढ़ गई। सोमवार और मंगलवार की रात गुजरने के बाद बुधवार सुबह प्रत्याशियों के भविष्य पर जनता अपनी मुहर लगाएगी। ऐसे में सोमवार और मंगलवार की रात को भी योजनाबद्ध तरीके से मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने का प्रत्याशियों ने पूरा खाका तैयार रखा है। चुनाव से पहले की रात बड़ी अहम होती है, इसमें ही मतदान को लेकर मूर्तरूप दिया जाता है। वहीं, सोमवार को चुनाव प्रचार पर रोक लगने से पहले राजनीतिक पार्टियों के दिग्गजों ने भी पार्टी समर्थित उम्मीदवारों को जीताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। साथ ही निगम के पिछले 5 वर्षों के कार्यकाल तथा इस दौरान किए गए कार्यों का श्रेय लेने के अलावा रूके विकासात्मक कार्यों का ठीकरा एक-दूसरे के सिर पर फोडऩे से भी गुरेज नहीं किया। भाजपा ने निगम के विकासात्मक कार्यों के रूकने के लिए कांग्रेस समर्थित निगम को ही जिम्मेवार ठहराया। वहीं कांग्रेस ने भी इन आरोपों का पलटवार करते हुए सरकार द्वारा विकासात्मक कार्यों को करने के लिए सहयोग न देने के आरोप लगाए।