Edited By Punjab Kesari, Updated: 06 Dec, 2017 03:22 PM
नूरपुर क्षेत्र के एक छोटे से गांव राजा का बाग में जन्मे अविनाश सेन उर्फ एकलव्य सेन 24 साल की उम्र में 10 शॉर्ट फिल्में बना चुके हैं। साधारण परिवार में जन्मे एकलव्य सेन में बचपन से ही एक कलाकार छिपा था। बचपन से फिल्में देखकर उनके किरदारों की नकल कर...
नूरपुर: नूरपुर क्षेत्र के एक छोटे से गांव राजा का बाग में जन्मे अविनाश सेन उर्फ एकलव्य सेन 24 साल की उम्र में 10 शॉर्ट फिल्में बना चुके हैं। साधारण परिवार में जन्मे एकलव्य सेन में बचपन से ही एक कलाकार छिपा था। बचपन से फिल्में देखकर उनके किरदारों की नकल कर बड़े हुए एकलव्य सेन आज निर्देशन, स्टोरी राइटिंग, स्क्रिप्ट तथा अभिनय भी करते हैं। अभी हाल ही में एकलव्य की एक शॉर्ट फिल्म ‘रिवाज’ धर्मशाला में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फैस्टीवल 2017 के लिए चुनी गई है। एकलव्य सेन ने कालेज के दिनों में ही अपनी एक टीम बना ली थी व लगभग 30 से ऊपर नाटक भी लिखे हैं और उसमें काम भी किया।
कई पंजाबी एल्बम में भी कर चुके एडिटिंग
एकलव्य 10 शॉर्ट मूवी बनाने के अलावा 3 वीडियो 2 डाक्यूमैंट्री भी बना चुके हैं। कई पंजाबी एल्बम में एडिटिंग भी कर चुके हैं। निर्देशक के रूप में लाइफ ओके के धारावाहिक सावधान इंडिया में भी काम कर चुके हैं। आजकल एकलव्य 2 फिल्म पर काम कर रहे हैं, जिनमें से एक है ‘वरकत वाला नोट’ तथा दूसरी है ‘द काऊ ब्वाय’। यह फिल्म गौरक्षा के ऊपर है। जनवरी,2017 में ही एकलव्य ने एक प्रोड्क्शन हाऊस नूरपुर टाकीज के नाम पर बनाया, जिसमें काम शुरू हो चुका है। एकलव्य ने कहा कि फिल्म लाइन में आने की प्रेरणा उनको अपने दादा फकीर सिंह से मिली जोकि एक लेखक थे।
सरकार से मिले सहयोग तो बने बात
एकलव्य ने कहा कि वह बहुत कुछ करना चाहते हैं, विशेष रूप से हिमाचल के लिए यहां की संस्कृति के लिए लेकिन दुख है की कलाकार को सरकार की ओर से न तो यह कोई मंच मिलता है और न ही कोई सहयोग।