Edited By Vijay, Updated: 01 Dec, 2018 03:15 PM
शिक्षा विभाग ने मिड-डे मील के तहत छात्रों को दूध देने की योजना बनाई है। इसके तहत पहली से 8वीं कक्षा तक के छात्रों को खाने के साथ-साथ एक गिलास दूध भी दिया जाएगा। विभाग ने वार्षिक योजना में इस प्रस्ताव को शामिल किया है और इसके लिए भारत सरकार से अलग से...
शिमला: शिक्षा विभाग ने मिड-डे मील के तहत छात्रों को दूध देने की योजना बनाई है। इसके तहत पहली से 8वीं कक्षा तक के छात्रों को खाने के साथ-साथ एक गिलास दूध भी दिया जाएगा। विभाग ने वार्षिक योजना में इस प्रस्ताव को शामिल किया है और इसके लिए भारत सरकार से अलग से बजट मुहैया करवाने की सिफारिश की है। यदि आगामी बजट में भारत सरकार प्रदेश के इस बजट को मंजूरी देती है तो प्रदेश में स्कूली छात्रों को दूध दिया जाएगा। हालांकि इससे पहले भी प्रदेश के इस प्रस्ताव को केंद्र ने रद्द किया था। केंद्र ने प्रदेश सरकार को इस योजना के वित्त सहयोग देने को कहा था लेकिन बजट न होने से प्रदेश सरकार यह योजना लागू नहीं कर पाई। प्रदेश सरकार इस योजना के लिए केंद्र से ही बजट की मांग कर रही थी। इसके बाद विभाग ने एक बार फि र इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजने का फैसला लिया है।
भारत सरकार ने रिजैक्ट किया था हरी सब्जियों को शामिल करने का प्रस्ताव
प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने इससे पूर्व भी भारत सरकार को दोपहर के खाने में छात्रों को हरी सब्जियां मुहैया करवाने का प्रस्ताव भेजा था लेकिन भारत सरकार ने इस प्रस्ताव को रिजैक्ट कर दिया था, ऐसे में छात्रों को इस योजना के तहत केवल दाल और चावल ही दिए जा रहे हैं।