Edited By Vijay, Updated: 09 Aug, 2018 09:12 PM
अरला पुल का एक हिस्सा कुछ दिनों में फिर टूट गया। यह हाल मंडी-पठानकोट एन.एच का है किसी सम्पर्क सड़क का नहीं। मिट्टी से भरे जा रहे गड्ढों से दुखी जनता अब तक खतरे भरे सफर को तो मजबूर थी कि ऊपर से ऐसे खतरों ने जोखिम और बढ़ा दिया है।
पालमपुर (कुंदन): अरला पुल का एक हिस्सा कुछ दिनों में फिर टूट गया। यह हाल मंडी-पठानकोट एन.एच का है किसी सम्पर्क सड़क का नहीं। मिट्टी से भरे जा रहे गड्ढों से दुखी जनता अब तक खतरे भरे सफर को तो मजबूर थी कि ऊपर से ऐसे खतरों ने जोखिम और बढ़ा दिया है। कुछ लोगों का कहना है कि माना बरसात है, काम बाद में ही होगा लेकिन यह खस्ताहाल स्पॉट बरसात से पहले देखे जाने चाहिए। लोगों का कहना है कि अगर विभाग बरसात के तुरंत बाद ऐसे स्पॉट ठीक करें तो ऐसी नौबत ही न आए। पिछली बरसात के कई जगह बैठे डंगों को इस बरसात तक ठीक नहीं किया गया। इसी कारण उन स्थानों पर खतरा बढ़ गया।
तीखा मोड़ होने के कारण दुर्घटना होने का भय
राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी-पठानकोट में रोजाना हजारों की तादाद में वाहनों की आवाजाही होती है। अरला में धंसे पुल के हिस्से पर व्यवस्था की बात करें तो यहां बैरीकेट्स लगा दिए हैं परंतु साथ ही तीखा मोड़ होने के कारण यहां दुर्घटना होने का भय बना रहता है। इस बारे एन.एच.आई.ए. के अधिकारी वैभव पांडे का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी-पठानकोट में अरला में डंगे की जांच की जाएगी तथा एन.एच.आई.ए. एन.एच. को ठीक करने का कार्य कर रहा है। एन.एच. के एस.डी.ओ. मायादास का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग का कुछ हिस्सा हमारे पास है जबकि देखरेख एन.एच.आई.ए. करता है और सड़क मार्ग पर पड़े गड्ढों को विभाग की लेबर द्वारा भरने का काम किया गया था।