Edited By Simpy Khanna, Updated: 17 Oct, 2019 04:04 PM
देश की अर्थव्यवस्था पर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाहिए कि वेंटीलेटर पर आखिरी सांसें ले रही अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय की वित्त मंत्री व...
हमीरपुर : देश की अर्थव्यवस्था पर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाहिए कि वेंटीलेटर पर आखिरी सांसें ले रही अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय की वित्त मंत्री व राज्य मंत्री को तुरंत प्रभाव से बदलकर इस मंत्रालय का प्रभार ऐसे हाथों में सौंपा जाए, जोकि सुलझे हुए अर्थशास्त्री होने के साथ देश की चिंता करते हों।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश के वित्त मंत्रालय की बागडोर इस समय सुरक्षित हाथों में नहीं रह गई है। उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं तथा करोड़ों लोग बेरोजगार हो रहे हैं।अगर अभी भी देश को संभाला नहीं गया तो युवाओं के लिए न नौकरियां रहेंगी और न ही सरकार को टैक्स मिलेगा। ऐसे में देश का और ज्यादा बेड़ागर्क होने से बचाने के लिए सरकार को देश हित में कड़े कदम उठाने ही पड़ेंगे।उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को सरकार ने अपनी कठपुतली समझ लिया है, जिसका खजाना खाली कर दिया है।देश का बच्चा-बच्चा समझ रहा है कि सरकार की गलत नीतियों के कारण देश के हालात खराब हो चुके हैं लेकिन लारेलप्पों वाली सरकार अभी भी जनता को झूठे दिलासे देकर बहलाने का काम कर रही है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि अब केंद्र सरकार को जाग जाना चाहिए, क्योंकि स्थिति संभाली नहीं तो आने वाली पीढ़ियां भी इस सरकार को न भूलेगी और न ही माफ करेगी।उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ा मुद्दा ही देश की अर्थव्यवस्था बन गया है, क्योंकि पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था के कारण देश में एमरजेंसी जैसे हालात बन रहे हैं।सरकार के निर्णय ही उन पर भारी पड़ रहे हैं जिसका खमियाजा देश के हरेक नागरिक को भुगड़ना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऑटो इंडस्ट्री में मंदी का दौर बरकरार है। कहां अच्छे दिन लाने की बात करने वाली भाजपा की सरकार में देश सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है।ऐसी स्थिति में सरकार अपनी जिम्मेवारी व जबावदेही से नहीं बच सकती।लोगों के भरोसे को तोड़कर सरकार देश की जनता से दगाबाजी न करते हुए अपने परिपक्व होने का परिचय दे।ऐसे लोगों को आगे लाए, जोकि देश को बेचने की बजाए आगे ले जाने का माद्दा रखते हों।