ड्राइवर-कंडक्टर की लापरवाही सवारियों को पड़ी भारी, निजी वाहनों में पहुंचना पड़ा रिकांगपिओ

Edited By kirti, Updated: 27 Aug, 2018 12:05 PM

driver conductor s negligent riders hit heavy

हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा सवारियों को उनके गंतव्य स्थान पर सुरक्षित पहुंचाने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन ड्राइवर-कंडक्टर की लापरवाही से सवारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। घटना बीते शनिवार की है, जब मंडी-रिकांगपिओ वाया करसोग जाने वाली बस...

 

मंडी : हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा सवारियों को उनके गंतव्य स्थान पर सुरक्षित पहुंचाने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन ड्राइवर-कंडक्टर की लापरवाही से सवारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। घटना बीते शनिवार की है, जब मंडी-रिकांगपिओ वाया करसोग जाने वाली बस रामपुर से करीब 25 किलोमीटर आगे बधाल नामक स्थान पर पहुंची तो वहां टैंकर के सड़क मार्ग पर लटक जाने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई थी।

जानकारी अनुसार रिकांगपियो से मंडी आ रही बस भी उक्त स्थान पर सड़क मार्ग बंद होने के चलते खड़ी रही, लेकिन कुछ घंटे बाद रिकांगपिओ से आ रही बस व मंडी से रिकांगपिओ जा रही बस के ड्राइवर-कंडक्टरों ने सवारियों को एक्सचेंज कर उनके गंतव्य स्थान तक पहुुंचाने का निर्णय लिया और सवारियों को अपनी-अपनी बसों में बिठा लिया। मंडी से जा रही बस तो सवारियां लेकर वापस आ गई, लेकिन रिकांगपिओ से आ रही बस सवारियों को बिठाने के बाद वहीं खड़ी रही। सवारियों ने आरोप लगाया है कि ड्राइवर व कंडक्टर की मनमानी के चलते उन्हें निजी वाहन हायर कर भावानगर पहुंचना पड़ा और कंडक्टर ने किराया भी नहीं लौटाया। इसके बाद वहां से बस लेकर रिकांगपिओ पहुंचे, लेकिन इस दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 

 

बस किराया भी नहीं दिया 
करसोग निवासी राकेश कश्यप ने कहा कि वे शनिवार प्रात: अपनी 65 वर्षीय मां आशा देवी के साथ रिकांगपिओ जा रहे थे, लेकिन रामपुर से आगे बधाल स्थान पर टैंकर की वजह से मार्ग बंद होने के चलते कुछ समय तक मार्ग खुलने का इंतजार किया, लेकिन सड़क मार्ग बहाल न होने के बाद ड्राइवर-कंडक्टरों ने सवारियों को एक्सचेंज कर बिठा दिया।

उन्होंने कहा कि उसकी मां रिकांगपिओ अपने दूसरे बेटे के पास जा रही है और जब बस ड्राइवर-कंडक्टर ने सवारियों को पहुंचाने पर हामी भरी तो वे वहां से वापस घर आ गया, लेकिन ड्राइवर-कंडक्टर की लापरवाही के चलते बस न ले जाने के चलते महिला कांस्टेबल ने उसकी मां को निजी वाहन हायर कर भावानगर पहुंचाया और वहां से रिकांगपिओ बस में बिठाया। राकेश कश्यप ने कहा कि उसकी मां पहली मर्तबा रिकांगपिओ जा रही थीं, लेकिन ड्राइवर-कंडक्टर की लापरवाही के चलते उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया है कि एक तो ड्राइवर-कंडक्टर वहां से बस वापस रिकांगपिओ नहीं ले गए और ऊपर से बस किराया भी नहीं लौटाया।

ड्राइवर-कंडक्टरों के खिलाफ हो कार्रवाई
उन्होंने परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर सहित निगम के उच्चाधिकारियों से मांग उठाई है कि लापरवाह ड्राइवर-कंडक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए, ताकि भविष्य में कोई भी ड्राइवर-कंडक्टर इस तरह की लापरवाही करने की हिम्मत न कर सके।  वर्तमान में तपोस्थल छिक्का में तक्षक नाग एक चट्टान में विराजमान हैं और घाटी के 9 गांवों के लोग श्रद्धापूर्वक वर्षा के लिए देवता की शरण में जाते हैं। घाटी के देवलुओं की मानें तो इलाके में सूखा या अधिक बारिश होने पर देवलु तक्षक नाग की शरण में जाते हैं, जिससे क्षेत्र में सामान्य रूप से वर्षा होती है। माना जाता है कि देव राज इन्द्र ने तक्षक नाग को वर्षा देने का वरदान दिया है। 

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