Edited By kirti, Updated: 05 Nov, 2018 04:55 PM
औद्योगिक शहर परवाणु में नालों में कचरा गिराने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके कारण यहां पर धीरे-धीरे नाले डंपिंग साइट में तबदील हो रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि परवाणु शहर से रोजाना 5 टन कचरा शिमला स्थित डंपिंग साइट को भेजा जा रहा...
परवाणु : औद्योगिक शहर परवाणु में नालों में कचरा गिराने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके कारण यहां पर धीरे-धीरे नाले डंपिंग साइट में तबदील हो रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि परवाणु शहर से रोजाना 5 टन कचरा शिमला स्थित डंपिंग साइट को भेजा जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद यहां के नालों में कचरा गिराया जा रहा है। गौर हो कि परवाणु शहर के गैबरियल रोड से गुजर रहे नाले में मौजूदा समय में कचरा गिराया जा रहा है, जिसके कारण यहां पर यह नाला धीरे-धीरे कचरे से भर रहा है।
ऐसा नहीं है कि शहर के इसी नाले में ही कचरे को गिराया जाता है, बल्कि शिवालिक होटल के सामने से बह रहे नाले की भी स्थिति ऐसी ही बनी हुई है। शहर के कचरे को निपटान के लिए शिमला भेजा जा रहा है, ताकि सैक्टर-5 के नाले को खाली करवा कर यहां की क्षमता को बढ़ाया जाए। बता दें कि शहर के नालों में कचरा गिराने के पहले भी कई मामले सामने आए हैं, लेकिन इसके बावजूद आज तक नालों में कचरा गिराने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
यहां पर मजेदार बात तो यह है कि शहर के नालों में पहले कैमिकल फैंकने के भी मामले सामने आए हैं और इस दौरान प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने सैंपल भी लिए थे, लेकिन इन सैंपलों की रिपोर्ट भी आज तक सामने नहीं आई है। इसके कारण जिस कंपनी के बाहर से सैंपल लिया गया था, उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।