Edited By kirti, Updated: 17 Aug, 2018 05:07 PM
संतोषगढ़ नगर में पीने के पानी की सप्लाई की पाइप में मरे हुए कबूतर के निकलने से यहां आई.पी.एच. विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है वहीं इस दूषित पानी की सप्लाई को लेकर नगरवासियों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। आज जब नगर के पुराने बस...
संतोषगढ़ : संतोषगढ़ नगर में पीने के पानी की सप्लाई की पाइप में मरे हुए कबूतर के निकलने से यहां आई.पी.एच. विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है वहीं इस दूषित पानी की सप्लाई को लेकर नगरवासियों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। आज जब नगर के पुराने बस स्टैंड के निकट लगे सरकारी नल से मरा हुआ कबूतर निकला तो बस स्टैंड के निकट समस्त दुकानदारों में हड़कंप मच गया और दुकानदारों ने पहले से भरकर रखे पानी को फैंकना शुरू कर दिया।
बीते कई दिनों से नगर वासियों द्वारा आई.पी.एच. विभाग को पीने के पानी में पक्षियों के पंख निकलने की शिकायतें की जा रही थी जिस पर विभाग के कर्मियों ने कुछ घरों के पानी की सप्लाई को भी बदला था लेकिन इसके उपरांत कुछ घरों का पानी तो साफ हुआ लेकिन अन्य घरों में पंख निकलने जारी रहे और वहीं पानी का प्रैशर भी कम हो गया। इस समस्या से पीड़ित बस स्टैंड के निकट एक दुकानदार ने पाइप खोलकर देखा तो उसमें पक्षियों के पंख नजर आए जिन्हें देखकर सभी दुकानदार हैरान हो गए। दुकानदारों ने इसकी जानकारी तुरंत आई.पी.एच. विभाग के उच्चाधिकारी को दी तो उन्होंने इसकी जांच हेतु विभाग के कनिष्ठ अभियंता को मौके पर भेजा तथा उनकी मौजूदगी में जब पाइप लाइन खोली गई तो उसमें से मरा हुआ कबूतर निकला।
बस स्टैंड पर स्थित उक्त नल से रोजाना सैंकड़ों लोग पानी पीते हैं और ऐसा दूषित पानी पीने का प्रयोग करने वालों में बीमारियां लगने का भय सताने लगा है। इससे पहले 25 अप्रैल को भी इस नल से मरा हुआ कबूतर निकला था और तब भी विभाग के अधिकारियों ने इस तरह की गलती दोबारा नहीं होने का आश्वासन नगरवासियों को दिया था लेकिन 3 माह के बीच ही इस तरह की घटना दोबारा होने से विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। आई.पी.एच. विभाग के सहायक अभियंता प्रदीप चड्डा ने कहा कि विभाग के कर्मचारियों को पानी में क्लोरीन की मात्रा को दोगुना करने के आदेश दिए हैं और इस तरह की कोई गलती दोबारा न हो इस बारे विभाग के कर्मियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।