Edited By Vijay, Updated: 03 Sep, 2019 03:55 PM
एक तरफ प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर बड़े-बड़े दावे करती है तो दूसरी तरफ सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला सुंदरनगर के सिविल अस्पताल में अव्यवस्था का आलम नजर आ रहा है।
सुंदरनगर (नितेश सैनी): एक तरफ प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर बड़े-बड़े दावे करती है तो दूसरी तरफ सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला सुंदरनगर के सिविल अस्पताल में अव्यवस्था का आलम नजर आ रहा है। हमारी टीम जब सिविल अस्पताल सुंदरनगर में फैली अव्यवस्था का जायजा लेने पहुंची तो पाया कि अस्पताल के महिला वार्ड से लेकर अन्य वार्ड में एक बैड पर 2-2 मरीजों का उपचार किया जा रहा है, जिससे महिलाओं को और रोगों के फैलने का खतरा बन गया है। अस्पताल प्रबंधन मरीजों को पर्याप्त सुविधा मुहैया करवाने में विफल नजर आया है। इतना ही नहीं, अस्पताल प्रबंधन की अव्यवस्था के आगे चिकित्सकों के भी हाथ खड़े हो गए हैं। वे रोजाना एक बिस्तर पर 2-2 मरीजों का चैकअप करते नजर आ रहे हैं।
अधिसूचना के बाद भी नहीं बढ़ी बिस्तरों की संख्या
स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने की प्रदेश सरकार बड़ी-बड़ी बातें तो करती है लेकिन जब धरातल पर नजर दौड़ाई जाए तो पूरी तस्वीर साफ हो जाती है। इतना ही नहीं, प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल सुंदरनगर का दर्जा बढ़ाकर 150 बिस्तर किया है लेकिन इस दिशा में भी अभी तक कोई भी सार्थक प्रयास होते नजर नहीं आए हैं जबकि इस संदर्भ में अधिसूचना भी जारी हो चुकी है लेकिन धरातल पर बिस्तरों की संख्या में बढ़ौतरी होती नजर नहीं आई है। इस बात का खमियाजा सीधेतौर पर एक बिस्तर पर 2-2 मरीजों को लेटकर चुकाना पड़ रहा है, जिस कराण मरीजों के साथ आए हुए तीमारदारों में रोष देखने को मिला है। तीमारदारों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द मरीजों को पर्याप्त सुविधा उपलब्ध करवाई जाए ताकि वे जल्द स्वस्थ होकर घर लौट सकें।