Edited By Vijay, Updated: 23 Aug, 2018 02:51 PM
अधिकारी भले बदल जाएं लेकिन इसका असर मैडीकल कालेज अस्पताल की व्यवस्था पर अभी तक नजर नहीं आ रहा है। पुराने ढर्रे पर ही अभी तक यहां की व्यवस्था के आश्रित होने के चलते लोगों को जिस प्रकार की समस्याओं का सामना कुछ माह पूर्व करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा...
चम्बा: अधिकारी भले बदल जाएं लेकिन इसका असर मैडीकल कालेज अस्पताल की व्यवस्था पर अभी तक नजर नहीं आ रहा है। पुराने ढर्रे पर ही अभी तक यहां की व्यवस्था के आश्रित होने के चलते लोगों को जिस प्रकार की समस्याओं का सामना कुछ माह पूर्व करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था, आज भी वही समस्याएं लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई हैं। इन्हीं समस्याओं के चलते जिला के इस सबसे बड़े अस्पताल में सार्वजनिक छुट्टी के दिन स्मार्ट कार्ड यानी वे गरीब लोग जिनके उपचार की सरकार ने मुफ्त में व्यवस्था कर रखी है, उनको मुफ्त दवाइयों की सुविधा मुहैया नहीं होती है।
बाजार से खरीदनी पड़ी दवाइयां
बुधवार को सार्वजनिक छुट्टी होने के चलते अस्पताल परिसर में मौजूद कार्यालय के बंद होने के चलते स्मार्ट कार्ड धारक रोगियों को सरकारी सुविधा नहीं मिलने के चलते बाजार से दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा। रेखा पत्नी संजू निवासी गांव सेरी तहसील सलूणी को गंभीर हालत में उपचार के लिए बुधवार को मैडीकल कालेज अस्पताल चम्बा लाया गया, वहां उसे उपचार के लिए भर्ती तो कर लिया गया लेकिन उसका स्मार्ट कार्ड कार्यालय बंद होने के चलते दर्ज नहीं हो पाया, ऐसे में उक्त महिला के उपचार के लिए जो दवाइयां लिखी गईं, उन्हें बाजार से खरीदने के लिए यह गरीब परिवार मजबूर हुआ।
...तो स्मार्ट कार्ड का क्या महत्व है
इस पर सवाल यह पैदा होता है कि अगर आपातकालीन स्थिति में किसी स्मार्ट कार्ड धारक रोगी को मुफ्त सरकारी सुविधा नहीं मिल सकती है तो फिर ऐसे कार्ड का उक्त परिवार के लिए महत्व क्या रह जाता है। हैरान करने वाली बात है कि इस प्रकार के मामले सामने आने पर अक्सर अधिकारी वर्ग भविष्य में ऐसी समस्या का लोगों को सामना नहीं करने की बात कहते हैं लेकिन अब तो यह आभास होने लगा है कि जिला के कुछ अधिकारियों का यह तकिया कलाम हो चुका है, जिसका वास्तविकता के साथ कोई लेना देना नहीं है। ऐसे में जरूरत है तो सरकार, जिला प्रशासन व मैडीकल कालेज प्रबंधन को ऐसे मामलों पर गंभीरता दिखाने की ताकि गरीबों के लिए चलाई गई योजनाओं का सही समय में लाभ मिल सके, न कि ये योजनाएं भाषणों तक ही सीमित रहें।
क्या कहते हैं कालेज के प्राचार्य
मैडीकल कालेज चम्बा के प्रार्चाय डा. पुरुषोत्तम पुरी ने बताया कि यह बात ध्यान में लाई गई है, जिसके चलते इस बारे में पूरी जानकारी हासिल की जाएगी और सार्वजनिक छुट्टी वाले दिन स्मार्ट कार्ड एंट्री करने की कोई व्यवस्था है तो उसे अवश्य लागू करवाया जाएगा।