Edited By kirti, Updated: 19 Oct, 2018 01:31 PM
यूं तो प्रदेश सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के दावे करती है परंतु तेलका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति देखकर तो सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। तेलका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सालवां में...
तेलका : यूं तो प्रदेश सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के दावे करती है परंतु तेलका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति देखकर तो सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। तेलका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सालवां में वर्तमान में मात्र एक फार्मासिस्ट ही कार्यरत है, वहीं लगभग तीन साल पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डंडी में कार्यरत डाक्टर की मृत्यु आकस्मिक हो जाने के बाद यह डिस्पैंसरी भी खाली पड़ी हुई है। परिणामस्वरूप क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं एक फार्मासिस्ट के सहारे चल रही हैं। हालांकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सालवां में लोगों की मांग पर विभाग ने ब्रंगाल से एक डाक्टर को सप्ताह में तीन दिन के लिए डिप्यूट किया है लेकिन उस डाक्टर का तबादला कहीं और हो गया है। वर्तमान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सालवां में एक डाक्टर, एक ए.एन.एम.ए., एक लैब असिस्टैंट व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद खाली चल रहा है।
गौरतलब है कि उक्त स्वास्थ्य केंद्र में बाड़का, भजोत्रा, मौड़ा, सालवां, सेरी, सियुला, द्रेकड़ी व करवाल आदि पंचायतों के बीमार लोग अपनी बीमारी का इलाज करवाने आते हैं परंतु स्टाफ की कमी के कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है। लोगों कर्म सिंह, विक्की, कैलाश चंद, विक्रम सिंह, जगदीश चंद, ज्ञान चंद, हनीफ खान, मौसम दीन, प्रेम राज, सुरेश कुमार, राणो देवी, नीलमा, रवीना, मालती व रेलमो का कहना है कि सालवां में डाक्टर न होने के कारण उन्हें दूर के अस्पतालों में जाकर अपनी बीमारी का इलाज करवाना पड़ रहा है। लोगों का कहना है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डंडी में भी स्टाफ न होने के कारण उन्हें परेशान होना पड़ रहा है क्योंकि डंडी में कार्यरत डाक्टर सालवां में भी अपनी सेवाएं देते रहते थे।