Edited By Vijay, Updated: 27 Sep, 2019 04:48 PM
हिमाचल प्रदेश विधानसभा की ई-विधान प्रणाली को लेकर अफ्रीका के युगांडा में चल रहे 64वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में चर्चा हुई। इस सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल सहित विभिन्न देशों के...
शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा की ई-विधान प्रणाली को लेकर अफ्रीका के युगांडा में चल रहे 64वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में चर्चा हुई। इस सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल सहित विभिन्न देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। डॉ. राजीव बिंदल ने सम्मेलन के दौरान देश की एकमात्र ई-विधानसभा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने सम्मेलन में तकनीकी सत्र के दौरान ई-विधान प्रणाली का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे सारे कामकाज को पेपरलैस करने के अलावा समय और धन की बचत संभव हो पाई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे पहाड़ी राज्य ने इस दिशा में अच्छे प्रयास किए हैं।
पर्यावरण मित्र प्रणाली है ई-विधान
उन्होंने कहा कि ई-विधान एक पर्यावरण मित्र प्रणाली है, जिसके इस्तेमाल से जहां हजारों वृक्ष प्रतिवर्ष कटने से बचेगें। इसके अलावा इस तकनीक को अपनाने से करोड़ों रुपए की बचत भी होगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा ई-विधान प्रणाली, ई-निर्वाचन क्षेत्र प्रबन्धन, ई-समिति, ई-डायरी तथा विधायकों के इस्तेमाल के लिए मोबाइल एप जैसी आधुनिक तथा नवीनतम डिजिटल प्रणाली की दिशा में काफी आगे बढ़ा है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा की ओर से इस अवसर पर ई-विधान पर बनाई गई एक छोटी डॉक्यूमैंटरी फि ल्म भी प्रदर्शित की गई। हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।