Edited By Vijay, Updated: 21 Dec, 2019 09:35 PM
उपमंडल नालागढ़ के पहाड़ी क्षेत्र रामशहर के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि 3 साल पहले रामशहर पीएससी को सीएचसी का दर्जा मिला था लेकिन आज दिन तक न तो सीएचसी में रात्रि डॉक्टर की व्यवस्था है और न ही एंबुलैंस की सुविधा।
नालागढ़ (आदित्य): उपमंडल नालागढ़ के पहाड़ी क्षेत्र रामशहर के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि 3 साल पहले रामशहर पीएससी को सीएचसी का दर्जा मिला था लेकिन आज दिन तक न तो सीएचसी में रात्रि डॉक्टर की व्यवस्था है और न ही एंबुलैंस की सुविधा।
वैसे तो विभाग द्वारा रामशहर सीएससी को एकमात्र 108 एंबुलैंस दी गई है जो आए दिन खराब हालत में जंगलों में खड़ी मिलती है। अभी भी पिछले तकरीबन 4 दिनों से 108 एंबुलैंस रामशहर के नजदीक जंगल में खड़ी हुई है। न तो प्रशासन और न ही विभाग इस ओर ध्यान दे रहा है, जिसके चलते आए दिन खराब एंबुलैंस के चलते ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
वहीं ग्राम पंचायत रामशहर के प्रधान वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि पिछले कई समय से वह विभाग और सरकार को सीएचसी में डॉक्टर, स्टाफ और एंबुलैंस के बारे में अवगत कराते आए हैं लेकिन न तो सरकार और न ही विभाग इस ओर गंभीर है, जिसके चलते रामशहर और आसपास के गांवों के लोगों को समय पर सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
वहीं जब इस मामले पर एसएमओ नालागढ़ डॉक्टर आनंद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि खराब एंबुलैंस के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है अगर ऐसी कोई समस्या गांववासियों को आ रही है तो उसका तुरंत ही हल किया जाएगा। डॉक्टर और स्टाफ की नियुक्ति को लेकर उन्होंने कहा कि ये फैसले सरकार ही लेती है और विभाग द्वारा डॉक्टर और स्टाफ की कमी बारे सरकार को समय-समय अवगत कराया जाता है।