Edited By Ekta, Updated: 16 Jul, 2018 02:48 PM
सोलन की ओर से कभी मिनी सचिवालय आना हो तो गाड़ी भूलकर भी साथ न लाएं, दोपहिया वाहन लाने की तो सोचें भी न। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस मार्ग की हालत गाड़ी चलाने लायक है ही नहीं। जिला के सबसे प्रमुख मार्ग की हालत जब ऐसी है तो बाकी जगह कैसी होगी इसका सहजता से...
सोलन (रवीन्द्र): सोलन की ओर से कभी मिनी सचिवालय आना हो तो गाड़ी भूलकर भी साथ न लाएं, दोपहिया वाहन लाने की तो सोचें भी न। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस मार्ग की हालत गाड़ी चलाने लायक है ही नहीं। जिला के सबसे प्रमुख मार्ग की हालत जब ऐसी है तो बाकी जगह कैसी होगी इसका सहजता से ही अंदाजा लगाया जा सकता है। यही नहीं बरसात के कारण दिन-प्रतिदिन इस मार्ग की हालत बिगड़ती जा रही है। इस मार्ग से सभी विभागों के अधिकारियों सहित विधायक व मंत्री तक गुजरते हैं लेकिन किसी ने भी अब तक इस मार्ग की हालत पर संज्ञान नहीं लिया।
वर्ष 2016 तक सोलन का उपायुक्त कार्यालय शहर के समीप पुराने भवन में था। वर्ष 2017 में यहां मिनी सचिवालय के भव्य भवन का निर्माण किया गया और करीब सभी कार्यालय यहां शिफ्ट हो गए। सुंदर सिनेमा से मिनी सचिवालय का रास्ता पहले काफी तंग था और लोगों ने इस पर अतिक्रमण भी कर लिया था। जिला प्रशासन ने इस पर कड़ा संज्ञान लिया और मार्ग से अतिक्रमण हटाया गया। सरकारी भूमि पर बने लोगों के मकानों पर भी जे.सी.बी. चला दी और मार्ग को चौड़ा किया गया। इसके बाद सारी कार्रवाई बंद हो गई और अब सड़क की ऐसी दुर्दशा हो गई है कि इस पर वाहन चलना मुश्किल है। सड़कों के किनारे न तो नालियां बनी हैं और न ही पानी की निकासी का कोई उचित प्रबंध है।
इसके कारण बरसात का सारा पानी सड़क पर बहता रहता है और सड़क नाले के रूप में तबदील हो गई है। यहां से पैदल चलने वाले लोगों को भी संभलकर चलना पड़ता है। मिनी सचिवालय के मार्ग की लंबाई करीब 700 मीटर है और पिछले करीब 1 वर्ष से मार्ग की हालत नहीं सुधारी गई है। इस मार्ग की सोलिंग के लिए लोक निर्माण विभाग ने टैंडर लगाए थे लेकिन लिपीकीय गलती के कारण टैंडर रद्द करना पड़ा था। इसके बाद फिर से टैंडर की प्रक्रिया शुरू की गई जो अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई है।
बरसात के बाद ही हो पाएगी टारिंग
इन दिनों बरसात का मौसम चल रहा है और बरसात में इसकी टारिंग भी नहीं हो पाएगी। टारिंग के लिए बरसात समाप्त होने का इंतजार करना पड़ेगा। इसके अलावा इसमें सोलिंग व नालियां बनाने का कार्य अगले सप्ताह से शुरू हो सकता है।