Edited By Vijay, Updated: 06 Apr, 2018 12:41 AM
उपमंडल भोरंज के ग्राम पंचायत महल के भ्याड़ के रहने वाला सुरेश कुमार पुत्र मंशा राम जोकि बोलने व सुनने में पूरी तरह से असमर्थ है, उसके परिवार का नाम बी.पी.एल. सूची से काट दिया है, जिसकी शिकायत दिव्यांग ने एस.डी.एम. भोरंज से की है।
भोरंज: उपमंडल भोरंज के ग्राम पंचायत महल के भ्याड़ के रहने वाला सुरेश कुमार पुत्र मंशा राम जोकि बोलने व सुनने में पूरी तरह से असमर्थ है, उसके परिवार का नाम बी.पी.एल. सूची से काट दिया है, जिसकी शिकायत दिव्यांग ने एस.डी.एम. भोरंज से की है। एस.डी.एम. भोरंज को दी शिकायत मे सुरेश कुमार निवासी भ्याड़ का कहना है कि वह बी.पी.एल. से संबंध रखता है लेकिन मौजूदा बी.पी.एल. चयन कमेटी ने उसके परिवार को बी.पी.एल. की सूची से बाहर कर दिया है।
100 प्रतिशत अपंग, भाई पर है निर्भर
उसने बताया कि वह 100 प्रतिशत अपंग है और अपने भाई पर निर्भर है। उसका भाई स्वयं गरीब व बीमार रहता है तथा किसी हलवाई की दुकान पर काम करता है और हृदय रोगी है, जिसका इलाज आई.जी.एम.सी. शिमला में चल रहा है। उनका पुराना कच्चा मकान जो जर्जर हो चुका था वह भी गिर गया, जिसके पश्चात उन्होंने बैंक से कर्ज लेकर 2 पक्के कमरे बनाए हैं, जिसका 75,000 रुपए कर्ज चुकाना बाकी है। सुरेश कुमार का कहना है कि उनके पास कोई भूमि भी नहीं है और अब बी.पी.एल. से नाम कटने से परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। अब पीड़ित परिवार ने एस.डी.एम. के माध्यम से उसे बी.पी.एल. की सूची में डालने के लिए पुनर्विचार करने की मांग की है। इस संदर्भ में एस.डी.एम. भोरंज विजय कुमार का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है इसकी जांच करवाई जाएगी।
प्रधान ने यह बताया कारण
इसके बारे में ग्राम पंचायत प्रधान महल नीता देवी का कहना है कि सुरेश कुमार बोलने व सुनने में असमर्थ है और अपने बड़े भाई के साथ रहता है। वह स्वयं दर्जी का काम करता है। बड़े भाई का पक्का मकान है जिस कारण सर्वे टीम ने उन्हें बी.पी.एल. सूची से बाहर कर दिया है।