Edited By rajesh kumar, Updated: 09 Feb, 2020 11:38 AM
फरवरी महीने के अंतिम सप्ताह होने वाली सतलुज आरती को लेकर दो पक्षों में विवाद उत्पन्न हो गया है। इस आरती का आयोजन गत वर्ष कहलूर सेवा विकास संस्थान बिलासपुर के बैनर तले हुआ था लेकिन इस वर्ष इसका आयोजन कोई दूसरा कर रहा है। इस मामले को लेकर शनिवार को...
बिलासपुर: फरवरी महीने के अंतिम सप्ताह होने वाली सतलुज आरती को लेकर दो पक्षों में विवाद उत्पन्न हो गया है। इस आरती का आयोजन गत वर्ष कहलूर सेवा विकास संस्थान बिलासपुर के बैनर तले हुआ था लेकिन इस वर्ष इसका आयोजन कोई दूसरा कर रहा है। इस मामले को लेकर शनिवार को कहलूर सेवा विकास संस्थान बिलासपुर की बैठक अध्यक्ष सन्नी कुमार की अध्यक्षता में हनुमान मंदिर डियारा सैक्टर में संपन्न हुई जिसमें कार्यकारिणी में फेरबदल करते हुए अधिवक्ता तुषार डोगरा को संरक्षक नियुक्त किया गया।
दिनेश पाल को कोषाध्यक्ष, मनीष कौंडल व रमन गागट को उपाध्यक्ष, विवेक कुमार को महासचिव, नाजिश मोहम्मद, भरत डोगरा व अजय राणा को सह-सचिव, अभय कुमार व प्रांकित को मीडिया का कार्यभार दिया गया जबकि रजत कुमार व आदित्य डोगरा को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। अध्यक्ष सन्नी कुमार ने कहा कि एक व्यक्ति उनकी संस्था को सतलुज आरती के नाम पर गुमराह कर रहा है। बीते वर्ष शहर के युवाओं ने सामाजिक, धार्मिक व अन्य कार्यों को लेकर एक संस्था का गठन किया था जिसका नाम कहलूर सेवा विकास संस्था बिलासपुर रखा गया था। उन्होंने कहा कि संस्थान सामाजिक कार्यों की पूॢत के लिए कार्य कर रहा है लेकिन उक्त व्यक्ति ने अपनी मनमर्जी से किसी को भी विश्वास में लिए बगैर इस वर्ष सतलुज आरती का कार्यक्रम भी तय कर लिया है।
उन्होंने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग से सतलुज आरती के नाम पर स्वीकृत हुई 15 हजार रुपए की राशि को भी निकाल लिया है। सतलुज आरती का आयोजन कहलूर सेवा विकास संस्थान बिलासपुर के बैनर तले हुआ है लेकिन उक्त 15 हजार रुपए की राशि को एक संस्था के नाम से उक्त व्यक्ति ने कैसे निकाल लिया, इसकी जिला प्रशासन को जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर की सभी धार्मिक संस्थाओं को विश्वास में लेकर सतलुज आरती का आयोजन करवाया जाएगा। स्वच्छता अभियान को लेकर लोगों को घर-घर जाकर जागरूक किया जाएगा और सप्ताह में एक बार मोहल्ले में लोगों के साथ मिलकर सफाई अभियान चलाया जाएगा।