Edited By Vijay, Updated: 09 Jul, 2019 08:23 PM
मंडी शहर के साथ लगते नेला गांव के लिए जाने वाले पैदल रास्ते पर बिछने वाली टाइलों के काम को एक बार फिर से रोक दिया गया है। एच.आर.टी.सी. के अधिकारियों ने मौके पर आकर इस काम को रुकवा दिया है। इससे एच.आर.टी.सी. और नगर परिषद एक बार फिर आमने-सामने की...
मंडी (नीरज): मंडी शहर के साथ लगते नेला गांव के लिए जाने वाले पैदल रास्ते पर बिछने वाली टाइलों के काम को एक बार फिर से रोक दिया गया है। एच.आर.टी.सी. के अधिकारियों ने मौके पर आकर इस काम को रुकवा दिया है। इससे एच.आर.टी.सी. और नगर परिषद एक बार फिर आमने-सामने की स्थिति में आकर खड़े हो गए हैं।
क्या कहते हैं एच.आर.टी.सी. के अधिकारी
एच.आर.टी.सी. के आर.एम. गोपाल शर्मा का कहना है कि जो तय रास्ता है नगर परिषद उससे बाहर एच.आर.टी.सी. की जमीन पर रास्ते को चौड़ा करके काम करवा रही है। इस बारे में नगर परिषद को 2 महीने पहले भी पत्र लिखकर सूचित किया गया था और तय रास्ते पर ही काम करने का आग्रह किया गया था लेकिन मौके पर जाकर पाया गया कि ठेकेदार तय रास्ते से बाहर निगम की जमीन पर भी रास्ते को चौड़ा करके कार्य कर रहा है। इसी बात का विरोध किया जा रहा है।
क्या बोले नगर परिषद के अधिकारी
वहीं नगर परिषद ने भी अपने अधिकारियों को मौके पर भेजा और स्थिति का जायजा लिया। नगर परिषद मंडी के ई.ओ. बी.आर. नेगी का कहना है कि यह रास्ता 1994 का बना हुआ है और नगर परिषद 9 लाख रुपए की लागत से इसे पक्का करवा रही है ताकि पैदल चलने वालों को इसकी सहूलियत मिल सके। उन्होंने कहा कि मौके पर नियमों के तहत हो रहे काम रुकवाया गया है उस पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
एच.आर.टी.सी. के अधिकारियों ने उखाड़ीं टाइलें
उधर, काम कर रहे ठेकेदार मंजीत का आरोप है कि एच.आर.टी.सी. के दर्जनभर अधिकारियों ने मौके पर आकर जबरन काम रोक दिया और टाइलें उखाड़ दीं, जिससे उसका नुक्सान हुआ है। ठेकेदार का कहना है कि इस बारे नगर परिषद को भी अवगत करवा दिया है जबकि एच.आर.टी.सी. को चाहिए था कि इस बारे नगर परिषद से कोई लिखित में पत्राचार करता लेकिन ऐसा नहीं किया गया।