Edited By Kuldeep, Updated: 09 Dec, 2019 10:53 PM
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ लेने के मकसद से वाकआऊट किया, लेकिन कांग्रेस को इसका लाभ नहीं मिलने वाला।
तपोवन (धर्मशाला), (सौरभ): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ लेने के मकसद से वाकआऊट किया, लेकिन कांग्रेस को इसका लाभ नहीं मिलने वाला। सी.एम. ने सदन में अपने वक्तव्य में कहा कि बीते कुछ समय से विपक्ष गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है। हमें उम्मीद थी कि शीत सत्र के पहले दिन कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी और विपक्ष भी चर्चा में भाग लेगा लेकिन विपक्ष की नीयत चर्चा में भाग लेने की ही नहीं है। इसका उन्हें खेद के साथ पीड़ा भी है। जयराम बोले-हर सरकार अपने विजन के साथ काम करती है, लेकिन कांग्रेस की सोच हमेशा सत्ता के उपभोग की रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ग्लोबल इन्वैस्टर मीट पर सदन में नियम 130 के तहत खुली चर्चा को तैयार हैं। हम हर सवाल का जवाब देंगे।
लाखों रुपए खर्च कर देशभर में रोड शो किए
इसमें छुपाने लायक कुछ भी नहीं है। यह आयोजन हमने पारदर्शिता से किया है। जयराम ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में भी इन्वैस्टर मीट हुई हैं। पड़ोसी पंजाब के सी.एम. ने खुद उनसे संपर्क कर इन्वैस्टर मीट के आयोजन के अनुभव जाने हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद गलत करती है, इसलिए उसे हर बात गलत ही लगती है। नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री को आड़े हाथों लेते हुए जयराम ने कहा कि अग्रिहोत्री ने बतौर उद्योग मंत्री अपने कार्यकाल के दौरान लाखों रुपए खर्च कर देशभर में रोड शो किए, लेकिन एक भी इन्वैस्टमैंट लाने में नाकाम रहे क्योंकि उनके पास विजन नहीं था। भाजपा सरकार ने एक साल तक हर राज्य के मॉडल के पूरे अध्ययन के बाद इन्वैस्टर मीट का सफल आयोजन करवाया तो विपक्ष की आंखें फटी की फटी रह गईं।
निवेश रोकने को साजिश रच रहा विपक्ष
सी.एम. ने कहा कि हिमाचल में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम खर्च में इन्वैस्टर मीट का आयोजन हुआ। केंद्र ने 12 करोड़ की मदद दी। निवेशक हिमाचल में आना चाहते हैं, लेकिन विपक्षी कांग्रेस साजिश के तहत हिमाचल में आने वाला निवेश रोकना चाहती है, क्योंकि वे अपने कार्यकाल में इस दिशा में कुछ भी नहीं कर पाए।
विपक्ष की भाषा सहन नहीं, हम भी दे सकते जवाब
मुख्यमंत्री जयराम ने सत्र के पहले दिन सदन में हुई नारेबाजी को लेकर तल्ख लहजे में कहा कि उन्हें विपक्ष की भाषा पर सख्त ऐतराज है। हिमाचल देवभूमि है और यहां ऐसे स्तर की भाषा नहीं चलेगी। विपक्ष सदन में अपनी भाषा पर संयम रखे अन्यथा सरकार को भी इसका जवाब देना आता है, लेकिन हम ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाकआऊट के जरिए बेवजह सनसनी फैलाने का प्रयास कर रही है।