Edited By Simpy Khanna, Updated: 27 Nov, 2019 04:09 PM
अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में जिला प्रशासन के लिए सात करोड़ रुपए की कमाई देने वाले ढालपुर मैदान की हालत खस्ता हो गई है। ढालपुर का खेल मैदान व मेला मैदान दशहरे के बाद ऊबड़-खाबड़ पड़ा हुआ है। मैदान में गाड़ियां चलने से गहरी खाई पड़ी हुई है। इसके साथ...
कुल्लू (मनमिंदर) : अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में जिला प्रशासन के लिए सात करोड़ रुपए की कमाई देने वाले ढालपुर मैदान की हालत खस्ता हो गई है। ढालपुर का खेल मैदान व मेला मैदान दशहरे के बाद ऊबड़-खाबड़ पड़ा हुआ है। मैदान में गाड़ियां चलने से गहरी खाई पड़ी हुई है। इसके साथ मैदान में जगह-जगह पत्थरों के ढेर लगे हैं। मैदान की हालत खराब होने से ढालपुर मैदान में प्रतिदिन अभ्यास करने वाले खिलाड़ी नहीं खेल पा रहे हैं। खिलाड़ियों को अभ्यास में आ रही बाधा को लेकर प्रशासन व नगर परिषद के प्रति रोष है।
दशहरा संपन्न हुए दो डेढ़ माह का समय हो गया है। लेकिन ढालपुर की शान क्रिकेट स्टेडियम के साथ दशहरा मैदान पर जहां गड्ढे पड़े हैं, वहीं मैदान की सुरक्षा के लिए रेलिंग भी नहीं लगाई गई है। गौर रहे कि ढालपुर मैदान में सुबह व शाम के समय काफी अधिक संख्या में लोग खेल गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए आते हैं। क्रिकेट मैदान में जगह-जगह पत्थर के ढेर होने से खिलाड़ी व शहरवासी परेशान हैं। मैदान की दुर्दशा को लेकर खेल विभाग के अधिकारी भी परेशान हैं।
इस संबंध में बाकायदा जिला खेल अधिकारी भी उपायुक्त से मिलकर मैदान को ठीक करने की बात रख चुके हैं। मैदान की मरम्मत का काम नगर परिषद ने करना है। लेकिन नगर परिषद मामले को लेकर गंभीर नहीं है। ढालपुर में दशहरे के लिए लगाई गई दुकानें उठने के बाद मैदान बदहाल है। मैदान में कई जगह गहरी खाइयां पड़ी हुई हैं और पानी फेंकने से खासकर क्रिकेट मैदान दलदल बना हुआ है। दशहरा में सात करोड़ की कमाई होने के बावजूद मैदान की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए प्रशासन व नगर परिषद पैसा नहीं खर्च सके। बदहाल मैदान से खिलाड़ी अभ्यास नहीं पा रहे हैं।