Edited By Vijay, Updated: 23 Apr, 2021 04:46 PM
कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के चलते एक बार फिर धार्मिक स्थलों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। इसी कड़ी में उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां चिंतपूर्णी का दरबार भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि...
ऊना (अमित): कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के चलते एक बार फिर धार्मिक स्थलों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। इसी कड़ी में उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां चिंतपूर्णी का दरबार भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि कोविड-19 के ही चलते वर्ष 2020 में 22 मार्च से 15 सितंबर तक सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद रहे थे और इसी बीच अब दोबारा से संक्रमण की दूसरी लहर के खतरनाक होते मंदिरों को बंद करने का फैसला लिया गया है। मंदिरों के द्वार बंद होने के बावजूद श्रद्धालुओं का लगातार पहुंचना जारी है।
चिंतपूर्णी में भी दूरदराज क्षेत्रों से श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए शुक्रवार को भी पहुंचते रहे। श्रद्धालु इच्छा मंदिर की सीढ़ियों पर ही नतमस्तक होकर अपने घरों को लौटते रहे। जिला ऊना में केवल मां चिंतपूर्णी का ही नहीं बल्कि जिला भर के तमाम धार्मिक स्थलों को शुक्रवार से आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि मंदिर परिसरों में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना का कार्यक्रम यथावत चलता रहेगा।
एडीसी ऊना डॉ. अमित शर्मा ने श्रद्धालुओं से आह्वान किया है कि सरकार के आदेशों के बाद धार्मिक स्थलों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। ऐसी परिस्थिति में कोई भी श्रद्धालु धार्मिक स्थलों की तरफ यात्रा आरंभ न करे। मंदिरों में पहुंचने पर किसी को भी दर्शनों की अनुमति नहीं मिलेगी।