Edited By Vijay, Updated: 19 Jul, 2019 05:31 PM
ऊना शहर के बाशिंदे इन दिनों बेसहारा गौवंश से खासे परेशान हैं। ऊना शहर में दर्जनों बेसहारा गौवंश को हाईवे पर घूमते और कोहराम मचाते देखा जा सकता है। सड़क पर बेसहारा घूमने वाले इस गौवंश से आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। वहीं बेसहारा गौवंश द्वारा कई...
ऊना (अमित): ऊना शहर के बाशिंदे इन दिनों बेसहारा गौवंश से खासे परेशान हैं। ऊना शहर में दर्जनों बेसहारा गौवंश को हाईवे पर घूमते और कोहराम मचाते देखा जा सकता है। सड़क पर बेसहारा घूमने वाले इस गौवंश से आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। वहीं बेसहारा गौवंश द्वारा कई लोगों को भी जख्मी किया जा चुका है। कई दफा तो यह गौवंश आपस में भी भिड़ जाते हैं, जिससे हाईवे पर काफी लंबा जाम तक लग जाता है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और नगर परिषद से इस समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई है। वहीं ऊना नगर परिषद के ई.ओ. व तहसीलदार विजय राय का भी कहना है कि नगर परिषद क्षेत्र में बेसहारा गौवंश घूम रहा है। उनकी मानें तो ऊना शहर में साथ लगती पंचायतों से गौवंश को छोड़ा जा रहा है, जिस कारण यह समस्या पेश आ रही है। वहीं उन्होंने नगर परिषद द्वारा समूर गांव में निर्मित गौशाला में समय-समय पर बेसहारा गौवंश को पहुंचाने का दावा भी किया गया।
गौशाला कमेटी के उपाध्यक्ष ने खोली नगर परिषद और सरकार के दावों की पोल
समूर गांव में निर्मित गौशाला कमेटी के उपाध्यक्ष मनोहर लाल ने नगर परिषद और सरकार के दावों की पोल खोलकर रख दी है। मनोहर लाल की मानें तो नगर परिषद द्वारा इस गौशाला का संचालन करने के लिए हाथ खड़े कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के बाद से ही नगर परिषद के किसी भी अधिकारी या सदस्य द्वारा गौशाला के लिए कोई सहयोग नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोग ही इस गौशाला को चला रहे हैं। मनोहर लाल सरकार द्वारा भी गौशाला के लिए कोई मदद न करने से खासे आहत हैं। उनकी मानें तो डेढ़ साल में पशु चारे के लिए सरकार की ओर से केवल 16 हजार रुपए मिले थे, जिससे खरीदा गया चारा सिर्फ 5 दिन ही चल पाया।
नगर परिषद के ई.ओ. ने खारिज किए आरोप
वहीं नगर परिषद के ई.ओ. विजय राय ने कहा कि नगर परिषद द्वारा 34 लाख रुपए की राशि खर्च कर गौशाला का निर्माण करवाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई बात होगी तो रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। उन्होंने गौशाला कमेटी के उपाध्यक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा समय-समय पर गौशाला के लिए राशि जारी की गई है।
गौशालाओं में सरकार की भागीदारी नाममात्र : सतपाल रायजादा
वहीं गौशाला पर उठ रहे सवालों पर विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। ऊना सदर से कांग्रेस के विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि सरकार गाय के नाम पर लाखों रुपए राजस्व इकट्ठा कर रही है लेकिन गौशालाओं में सरकार की भागीदारी नाममात्र ही है। उन्होंने कहा कि जो गौशालाएं चल भी रही हैं वो केवल लोगों के सहयोग से ही काम कर रही हैं।