Edited By kirti, Updated: 31 Dec, 2018 05:17 PM
मुख्यमंत्री के समक्ष प्रभावितों की गंभीर समस्या को रखने के बावजूद भी आज दिन तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने प्रभावित क्षेत्र का जायजा नहीं लिया। यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि इतना लंबा समय बीत गया...
पालमपुर : मुख्यमंत्री के समक्ष प्रभावितों की गंभीर समस्या को रखने के बावजूद भी आज दिन तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने प्रभावित क्षेत्र का जायजा नहीं लिया। यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि इतना लंबा समय बीत गया लेकिन प्रकृति के कहर से प्रभावित गांवों का आज दिन तक किसी भी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी ने न तो मुआयना किया और न ही प्रभावितों के साथ किसी प्रकार के दुख दर्द को सांझा किया। पूर्व विधायक ने कहा कि प्रकृति आपदा के कहर से जहां कारगिल युद्ध के पहले वीर योद्धा की यादगार में बना खूबसूरत सौरभ वन बिहार पानी के अत्याधिक बहाव से तहस-नहस हो गया, वहीं इस वन बिहार के नीचे बसे ढगेहड, लस्याडू व रजनाली गांव भी आज दिन तक बुरी तरह प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा कि इन्हीं प्रभावित स्थानीय निवासियों के साथ वह तपोवन में विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिले और बताया कि इस प्राकृतिक आपदा के उपरांत इन गांवों को आपस में जोडऩे वाला फुट ब्रिज पानी के मंजर से बह चुका है। परिणामस्वरूप अब स्थानीय बाशिंदों द्वारा लकड़ी के स्तंभों पर न्यूगल खड्ड के ऊपर बनाए गए इस फुट ब्रिज पर किस तरह गुजरना पड़ रहा है। पूर्व विधायक ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले को आगामी उचित कार्रवाई हेतु जिलाधीश को प्रेषित कर दिया है लेकिन इन भोले भाले प्रभावितों की सुध लेने वाला कोई नहीं।