Edited By Ekta, Updated: 03 Jun, 2019 12:08 PM
चाहे लाहौल-स्पीति जिले में पिछले साल सितंबर महीने में भारी बर्फबारी में फंसे सैलानियों को रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाहर निकालना हो या फिर घाटी में कोई भी आपदा हो डीसी कुल्लू अपने आप फील्ड में तुरंत पहुंच कर लोगों की मदद करते थे। कुल्लू दशहरा मेले के दौरान...
कुल्लू (दिलीप ठाकुर): चाहे लाहौल-स्पीति जिले में पिछले साल सितंबर महीने में भारी बर्फबारी में फंसे सैलानियों को रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाहर निकालना हो या फिर घाटी में कोई भी आपदा हो डीसी कुल्लू अपने आप फील्ड में तुरंत पहुंच कर लोगों की मदद करते थे। कुल्लू दशहरा मेले के दौरान एवं अन्य कई अवसरों पर अच्छे काम के लिए आई.ए.एस. अफसर यूनुस को प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से प्रमाण-पत्र, पुरस्कार एवं मेडल पाने का अफसर मिला। अपने कार्यकाल में घाटी में अन्य कई बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन को उन्होंने अंजाम दिया था। डीसी कुल्लू के होने के बावजूद उन्होंने लाहौल-स्पीति के जो भी लोग उनके पास जाते थे वह सबकी मदद करते थे।
हैलीकॉप्टर, मोबाइल नेटवर्क, रोहतांग टनल के मुद्दों पर डीसी कुल्लू यूनुस जीएडी के माध्यम से तुरंत सरकार को अवगत कराते थे। समाज सेवा में बेहतर कार्य के लिए डीसी कुल्लू को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मैमोरियल समिट ऑन इनोवेशन एंड गवर्नेस अवार्ड से सम्मानित किया गया। प्रवासी भारतीय केंद्र चाणक्यपुरी नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने डीसी कुल्लू यूनुस को यह अवार्ड से प्रदान किया था। डीसी यूनुस ने अपने पौने तीन वर्ष के कार्यकाल में कुल्लू जिला में हर वर्ग के उत्थान के लिए बेहतर कार्य किया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी डीसी के प्रयासों से कुल्लू जिला को स्वच्छता दर्पण पुरस्कार मिला है और रोहतांग के लिए ऑन लाइन वाहनों के परमिट के सफल कार्यों के लिए नेशनल अवार्ड फॉर ई-गवर्नेस 2017-18 के लिए भी अवार्ड दिया गया। अपने मिलनसार व मृदु स्वभाव के चलते आई.ए.एस. अफसर यूनुस जिला में काफी लोकप्रिय हो चुके थे। ऐसे में उनका तबादला होने से दो जिलों के लोगों में मायूसी है।